जैसलमेर.जिले के हटार गांव के 18 साल के युवक लोकेश पुत्र बूटाराम की कांगो फीवर से मौत होने के बाद चिकित्सा विभाग पूरी तरह से हरकत में आ गया है. सीएमएचओ भूपेंद्र बारूपाल के नेतृत्व में चिकित्सा विभाग की टीम हटार गांव पहुंची और युवक लोकेश के परिजनों के सैंपल लिए.
जैसलमेर में कांगो फीवर से एक युवक की मौत के बाद चिकित्सा विभाग किया लोगों को सतर्क इसके साथ ही मृतक की मां तथा नाना को भी बुखार की शिकायत मिली. इस पर दोनों के सैंपल लेने के साथ ही नाना को जवाहर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इसके साथ ही जोधपुर से पशुपालन विभाग की टीम जैसलमेर पहुंची. यहां से जैसलमेर की पशुपालन की टीम भी हटार पहुंची और गांव के पशुओं के सैंपल लिए. हटार गांव में कांगो फीवर से मौत की पुष्टि के बाद अब चिकित्सा विभाग ने गांव में सभी ग्रामीणों को सावधानी बरतने की अपील की है.
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हालांकि अभी तक हटार गांव में किसी अन्य को कांगो फीवर की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन एहतियात के तौर पर सभी ग्रामीणों को सजग रहने की बात कही गई है. अब चिकित्सा विभाग आगामी 14 दिन तक निगरानी रखेगा. अब तक चिकित्सा विभाग द्वारा हटार गांव से 21 लोगों के सैंपल लिए गए है. जिसमें अभी तक कोई इस रोग से ग्रसित नहीं पाया गया है.
पशुपालन की टीमों द्वारा हटार गांव के ग्रामीणों से पशुओं को विशेष रूप से साफ करवाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि पशुओं के पास पाए जाने वाले जौआ और चीचड़ (पशुओं के चिपकने वाले जीव) से बुखार फैलता है. इस कारण पशुओं और बाड़ों की अच्छी तरह से सफाई जरूर कर लें. ताकि यह रोग आगे न फैले. वहीं पशुओं के पास जाते समय जूते अवश्य पहनें. चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा हटार गांव में पशुओं के बाड़ों और पशुओं के बैठने वाली जगहों के आस-पास छिड़काव करवाया गया है.
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मृतक पिछले छह माह से जैसलमेर से था बाहर
चिकित्सा विभाग की टीम के अनुसार 12वीं कक्षा में पढ़ने वाला मृतक लोकेश हार्ट का मरीज था, जिसे मई माह से ही बुखार और शरीर टूटने की समस्या थी. इस पर उसने जैसलमेर और बाहरी अन्य जिलों के विभिन्न अस्पतालों में इलाज भी करवाया, लेकिन उसे आराम नहीं हुआ. इसके बाद जोधपुर में भर्ती होने के बाद शाम को उसे कांगो फीवर होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद रात को ही उसने दम तोड़ दिया. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि हटार गांव के युवक लोकेश के मौत की पुष्टि कांगो फीवर से होने के बाद चिकित्सा विभाग अब पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. बता दें कि अब तक कुल 21 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है. हालांकि अभी तक अन्य किसी की भी कांगो फीवर की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन एहतियात के तौर पर सभी को ध्यान रखने की बात कही गई है.