जैसलमेर.डाबला गांव के निवासी मुरलीधर दैया को नकली सोने का हार देकर ठगी की गई थी. इस पर 17 मई 2021 को मुरलीधर दैया द्वारा सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई कि उसके पास दो व्यक्ति आए और सोने का हार दिखाकर लाॅकडाउन में फंसे होने की बात कही. वापस जाने के लिए पैसे नहीं होने के चलते हार को बेचने का कहा गया.
आरोपी ठग ने कहा, मेरी मां ने हार की दस लाख कीमत बताई है, जो सोना करीब एक किलो का होगा. उसके बाद एक असली सोने का टुकड़ा उसी चेन का देते हुए सुनार से चेक करवाने का कहा. जो चेक करने पर सोने का होना पाया जाने पर उसे एक लाख बीस हजार रुपए नकदी दे दिए और बाकी के पैसे चेन बेचने के बाद देने को कहा. पीड़ित मुरलीधर वापस जब चेन लेकर सुनार के पास गया तो पता चला कि वह नकली चेन है.
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मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डाॅ. अजय सिंह के आदेशानुसार थानाधिकारी पुलिस थाना सदर जैसलमेर प्रेमदान रतनू के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की गई. तकनीकी आधार पर आरोपी का पता लगाकर संदिग्ध वचनाराम उर्फ रमेश (29) पुत्र हरीराम जाति बागरी निवासी बीबलसर पुलिस थाना बागरा जिला जालौर को गांधव खुर्द पुलिस थाना गुड़ामालानी जिला बाड़मेर से स्थानीय पुलिस की मदद से दस्तयाब कर पूछताछ करने पर वारदात करना स्वीकार किया गया. इस पर उसे गिरफतार किया गया. पूछताछ में आरोपी ने राजस्थान और गुजरात में कई जगह वारदातें करना स्वीकार किया.
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आरोपी इतने शातिर हैं कि फर्जी आधार कार्ड पर अपनी फोटो डाल देते हैं और मोबाइल नम्बर व आईडी दिखाते हैं, जिससे लोग उन पर विश्वास कर लेते हैं. साथ ही मोबाइल सिम भी फर्जी गुजरात की इस्तेमाल करते हैं, जिससे पकड़ में न आ सकें. आरोपी नकली सोने के जेवरात में कुछ अंश असली रखते हैं, जिससे चेक करवाने पर संदेह नहीं हो पाता है.
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह द्वारा ठगी के मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम को पुरुस्कृत किया जाएगा. टीम में प्रेमदान रतनू थानाधिकारी पुलिस थाना सदर, माधो सिंह, अनिल विश्नोई, मघाराम, तकनीकी सहायक हिंगलाजदान और साइबर सेल प्रभारी मुकेश बीरा और भीम राव सिंह शामिल हैं.