जैसलमेर. जिले में टिड्डी नियंत्रण के व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं. टिड्डी नियंत्रण विभाग और कृषि विभाग के संयुक्त प्रयासों के साथ ही किसानों की सहभागिता से टिड्डी नियंत्रण गतिविधियां जारी है और अब तक जिले में 32 स्थानों पर 4032 हेक्टेयर पर टिड्डी नियंत्रण के लिए स्प्रे किया गया है.
टिड्डी नियंत्रण को लेकर प्रशासन हुआ अलर्ट गौरतलब है, कि पिछले वर्ष लगभग 25 वर्षों बाद पाकिस्तान की ओर से टिड्डी दलों का आगमन हुआ था और इस वर्ष भी अप्रैल के आखिरी सप्ताह से टिड्डियों ने प्रवेश किया था और इसके चलते अब बीएसएफ के सतर्क सूचना तंत्र की बदौलत टिड्डी नियंत्रण अभियान को अब तक सफलता प्राप्त हुई है. इस वर्ष फिर पाक सीमा पार से टिड्डी दलों का आगमन हुआ है. टिड्डी नियंत्रण विभाग द्वारा अब तक कुल 32 स्थानों पर कुल 4032 हेक्टेयर क्षेत्र में नियंत्रण का काम किया गया है.
उप निदेशक-कृषि राधेश्याम नारवाल ने बताया, कि इस बार जिले भर में टिड्डी नियंत्रण के लिए व्यापक स्तर पर ऐहतियाती उपाय सुनिश्चित किए गए हैं और सीमा पार से टिड्डी आगमन पर पैनी नजर बनी हुई है. कई दिनों के बाद शुक्रवार को फिर टिड्डियों के आगमन की सूचना के बाद जैसलमेर जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन और समीपवर्ती जेठवाई गांव में 285 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण कार्य को अंजाम दिया गया.
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खास बात यह रही कि जेठवाई क्षेत्र में तीन फायर ब्रिगेड़ का प्रयोग इस कार्य में किया गया. अग्निशमन वाहनों में कीटनाशक रसायन भर इन इनके माध्यम से व्यापक स्तर पर स्प्रे से टिड्डी नियंत्रण का कार्य अधिक आसान रहा. सीमा सुरक्षा बल से लगातार समन्वय और संचार बना हुआ है, ताकि सीमा पार से टिड्डी आगमन की सूचना तत्काल प्राप्त हो सके और नियंत्रण गतिविधियों को मूर्त रूप दिया जा सके. वर्तमान मे जिले में फसलों की बुवाई नगण्य है. इस वजह से अभी तक टिड्डी प्रकोप से फसले प्रभावित नहीं हुई है. पहले के वर्षों के मुकाबले अधिक संसाधन विभाग को मुहैया कराए गए हैं, जिले में कुल 17 वाहनो से नियत्रंण एवं सर्वे का कार्य किया जा रहा है.