जैसलमेर. देश में कोविड-19 के बाद की स्थिति और उसके प्रभाव को समझने और जानने के लिए देशभर के करीब 30 राज्यों के भ्रमण पर निकले दो युवा सोमवार को सीमावर्ती जिले जैसलमेर पहुंचे. जैसलमेर पहुंचने पर राजपरिवार के सदस्य ठाकुर विक्रम सिंह ने दोनों का स्वागत किया और इस पहल को सरहानीय बताया. दोनों युवा जैसलमेर आगमन के दौरान यहां कोरोना की स्थिति जानने के साथ वरिष्ठ व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे.
राज्यों के दौरे पर निकले युवा पहुंचे जैसलमेर जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्रों में भ्रमण के बाद वहां से पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा होते हुए 18 दिसंबर को वापस दिल्ली पहुंच कर यात्रा का समापन करेंगे. इस दौरान करीब 25 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी हो जाएगी. यात्रा के दौरान कोविड-19 के अनुभव और उसके प्रभाव को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई जाएगी. मुंबई निवासी सिद्धार्थ और दिल्ली निवासी एमएस सिद्धकी ने 4 अक्टूबर से दिल्ली से एक विशेष कार में देश मे कोविड-19 के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए यात्रा शुरू की.
कार पर विभिन्न स्टीकर लगे हुए हैं, जो देश के विभिन्न राज्यों के चिन्ह और प्रतीक हैं. दिल्ली से उत्तर प्रदेश होते हुए नेपाल, भूटान और चीन के बॉर्डर पर बसे गांव-कस्बों में कोविड का जायजा लिया. उत्तर पूर्व के विभिन्न राज्यों का दौरा किया, सिक्किम में फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया से मुलाकात की. कोलकाता के बाद दक्षिण भारत के कुछ राज्यों का दौरा करने के बाद यात्रा गुजरात पहुंची.
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अहमदाबाद से दोनों शनिवार को जोधपुर पहुंचे. उसके बाद आज दोनों जैसलमेर पहुंचे. उन्होंने बताया कि अब तक वे 22 राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं और हर जगह पर कोविड-19 का प्रभाव स्पष्ट नजर आ रहा है. निम्न तबके के कई लोगों ने कोविड-19 से अपना रोजगार खो दिया है. इस अभियान का नाम रोड आश्रम रखा गया है. जिससे देश के बॉर्डर इलाकों पर बस से लोगों की स्थिति की वास्तविक जानकारी मिल सके.