जैसलमेर. सरहदी जिले जैसलमेर में लूट एवं हत्या के एक मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. वारदात के कुछ ही समय बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया है. जैसलमेर के सरहदी इलाके रामगढ़ के पास हुए लूट एवं हत्या के घटनाक्रम में 3 युवकों द्वारा वाहन लूटने की फिराक में एक वाहन चालक की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी और वे वाहन लेकर फरार हो गए थे. लेकिन घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस द्वारा की गई नाकाबंदी में सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया.
जैसलमेर पुलिस ने लूट व हत्या के एक मामले में आरोपियों को कर लिया गिरफ्तार मामले में एसपी किरण कंग ने बताया कि कल दोपहर में तीन युवक जिनमें साहिल विश्नोई गंगानगर, राजू जाखड़ बाड़मेर व भीम पंजाब का रहने वाला था. तीनों जैसलमेर पहुंचे थे. उन्होंने रेलवे स्टेशन से तनोट माता मंदिर के लिए भारमलराम की गाड़ी किराए पर ली थी. जो जैसलमेर में टैक्सी चलाने का काम करता था. घटना में शामिल तीनों युवक अलग-अलग जगहों के रहने वाले थे और गंगानगर में पढ़ाई और परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे. वहीं पर इन तीनों की आपस में मुलाकात हुई थी.
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आपस में मिलने के बाद तीनों युवकों ने डोडा-पोस्त की तस्करी का काम शुरू करने की योजना बनाई और अपनी इसी योजना में उन्हें चोरी की गाड़ी की तलाश थी. जिसके लिए उन्होंने जैसलमेर के तनोट रोड को सुरक्षित मानते हुए यहां वारदात को अंजाम देने का मन बनाया. इसी बीच वाहन चालक द्वारा गाड़ी चोरी का विरोध किया गया और आरोपियों द्वारा गोली चलाने से चालक की मौत हो गई.
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पुलिस अधीक्षक किरण कंग ने बताया कि तीनों ही आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने के बाद रामगढ़ से इंदिरा गांधी नहर के किनारे बने कच्चे रास्ते को भागने के लिए चुना, लेकिन उनकी गाड़ी उस कच्चे रास्ते में फंस गई. जिसे आरोपियों ने वहीं पर छोड़ दिया और अपने एक अन्य साथी जैसलमेर के धौलिया गांव निवासी अनिल विश्नोई को फोन कर दूसरा वाहन मंगवाया.
जिसके बाद चारों मिलकर मोहनगढ़ के रास्ते फरार हो गए, लेकिन पुलिस द्वारा की गई नाकाबंदी में नेहडाई पुलिस चौकी के पास इन आरोपियों द्वारा नाकाबंदी तोड़ी गई. इस पर पुलिस द्वारा आरोपियों का पीछा किया गया और चारों आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया गया.