राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

जैसलमेरः मरु महोत्सव 2020 का शक्ति स्थल पोकरण से भव्य आगाज

मरु महोत्सव 2020 का शक्ति स्थल पोकरण से भव्य आगाज हो गया है. मंत्री सालेह मोहम्मद ने गांधी चौक से शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मेला मैदान में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. रंग-बिरंगी संस्कृति को देख सैलानी खुश दिखे.

By

Published : Feb 6, 2020, 8:16 PM IST

grand opening OF Maru Festival, मरु महोत्सव 2020
मरु महोत्सव 2020.

जैसलमेर/पोकरण: को लगभग 12 साल बाद फिर से मरु महोत्सव से जोड़ा गया है. मरू महोत्सव के पहले दिन की कड़ी में हुए कार्यक्रमों के तहत पोकरण के गांधी चौक से भव्य शोभायात्रा निकली गयी, जिसमें रंग-बिरंगे परिधानों में लोक संस्कृति को प्रदर्शित करते महिलाएं व पुरुष शामिल थे. रेगिस्तान का जहाज कहे जाने वाले ऊंट और घोड़ों के साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं को प्रदर्शित करती झांकियों का समावेश शोभायात्रा में किया गया था. गांधी चौक से आरंभ हुई शोभायात्रा पोकरण के मुख्य मार्गो से होते हुए मुख्य मेला मैदान पर पहुंची.

शोभा यात्रा का पोकरण के बाजारों में लोगों द्वारा भव्य स्वागत किया गया, वहीं बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ सैलानी भी इस शोभा यात्रा का लुत्फ लेते हुए दिखाई दिए. मेला मैदान पहुंचने के बाद मरू मेले का विधिवत आगाज किया गया, जिसमें पोकरण विधायक व राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद सहित जिला कलेक्टर नमित मेहता व पुलिस अधीक्षक किरण कंग के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने हवा में गुब्बारे उड़ाकर मेले का आगाज किया.

प्रतियोगिताओं का आयोजन:

मेला मैदान पर बने मंच पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें मेहंदी प्रतियोगिता से लेकर मिस पोकरण और मिस्टर पोकरण प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण का केंद्र रही. रस्साकशी का खेल, कबड्डी का खेल व मल युद्ध जैसे स्थानीय खेलों को भी प्रदर्शित किया गया. मेला मैदान में हुए आयोजनों में संगीत की भी कई प्रस्तुतियां दी गई जिसमें जैसलमेर के लंगा-मांगणियार जोकि भारत सहित कई देशों में अपनी लोक कला का जलवा बिखेर चुके हैं,उन्होंने अपनी प्रस्तुति दी.

वहीं कई स्कूली छात्राओं ने संगीत के विभिन्न आयोजनों के साथ लोक नृत्य का प्रस्तुतीकरण किया. मेला मैदान में हुए विभिन्न आयोजनों और प्रतियोगिताओं में विजेता और उप विजेता रहे प्रतिभागियों को अतिथियों ने पुरस्कृत किया और उनका हौसला बढ़ाया.


ईटीवी पर बोले चिकित्सा मंत्री, कहा- अप्रैल में मेडिकल कॉलेज का होगा भूमि पूजन, आने वाले बजट में अलवर को मिलेगी कई सौगातें

12 वर्षों बाद पोकरण को मरू महोत्सव से जोड़ा गया:

इस अवसर पर पोकरण विधायक और कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि लगभग 12 वर्षों बाद पोकरण को मरू महोत्सव से जोड़ा गया है जो कि पोकरण के लिए गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि जैसलमेर के प्रवेश द्वार के रूप में पोकरण को जाना जाता है जो भी सैलानी जैसलमेर आता है वह पहले पोकरण आता है और बाद में जैसलमेर जाता है. ऐसे में पर्यटन के लिहाज से पोकरण की विशेष भूमिका रहनी चाहिए, इसी सोच को ध्यान में रखते हुए इस बार मरू मेले का पहला दिन पोकरण के नाम किया गया है.

मरु महोत्सव 2020.

उन्होंने बताया कि पोकरण के विभिन्न पर्यटक स्थल सालमसर तालाब, यहां की हवेलियां और कैलाश टेकरी जो पर्यटकों के बीच खासी प्रसिद्ध है, वहीं परमाणु परीक्षण के प्रतीक के रूप में बनाया गया शक्ति स्थल पर्यटकों के बीच खासा प्रसिद्ध है. पोकरण को मरू महोत्सव से जोड़े जाने के बाद यहां के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही यहां की लोक कला व लोक संस्कृति भी पर्यटकों के बीच अपनी पहचान बना पाएगी.

इस बार चार दिन का होगा महोत्सव:

जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि पूर्व में मरू महोत्सव 3 दिन का हुआ करता था, जिसे इस बार नवाचार के रूप में 4 दिन किया गया है. पहला दिन आज पोकरण में आयोजित किया गया. जिला कलेक्टर ने बताया कि इसके अलावा भी मरू महोत्सव में अन्य कई नवाचार किए गए हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले 3 दिनों में जैसलमेर में लोक कला, संस्कृति, संगीत की सरिता बहेगी जिसे यहां आने वाले सैलानी को एक नया एहसास मिल सकेगा. शुक्रवार को होने वाले आयोजनों में सोनार दुर्ग से शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसके बाद शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मिस्टर डेजर्ट - मिस. मूमल सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं शामिल होगी.

ऊंटों को लेकर भी कई कार्यक्रम:

रेगिस्तान का जहाज कहे जाने वाले ऊंट को लेकर भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन मरू मेले के दौरान किया जाएगा. जिला कलक्टर ने बताया कि बीएसएफ की कैमल माउंटेन बैंड जो कि दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान रखती है उसका प्रदर्शन भी मरू मेले के दौरान किया जाएगा. साथ ही कैमल पोलो, कैमल एरोबिक्स सहित रेगिस्तान के जहाज से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताएं व प्रदर्शन इस दौरान किए जाएंगे. इसके अलावा इस बार सम के रेतीले दोनों के अलावा खुहड़ी में भी संगीत संध्या का आयोजन किया गया है, जिसमें देश के नामी-गिरामी संगीत से जुड़े कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे.

जिला कलेक्टर ने बताया कि पिछली बार मरू महोत्सव के दौरान साफा सिरमौर के नाम से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में जैसलमेर में रिकॉर्ड कायम किया था. उसी तर्ज पर इस बार जैसलमेर के लंगा मांगणियार लोक कलाकारों के साथ एक नए रिकॉर्ड का प्रयास किया जा रहा है जिसमें 1000 कलाकार अपने संगीत से जुड़े लोकवाद्य के साथ एक जगह पर प्रस्तुति देंगे. यह सैलानियों के लिए एक विशेष आकर्षण के रूप में रहेगा. मरू महोत्सव को लेकर पर्यटन विभाग के साथ-साथ जैसलमेर जिले के स्थानीय लोग भी इसे नई ऊंचाई देने में सहयोग प्रदान कर रहे हैं, जिसके चलते यह मेला इस बार अपने पूरे चरम पर होगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details