पोकरण (जैसलमेर). बेटियां अपनी मेहनत के बूते हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही हैं. शिक्षा, खेलकूद, राष्ट्र की सुरक्षा तक में अपनी हिस्सेदारी निभा रही हैं. कभी चूल्हे चौके तक सीमित रही बेटियां अब देश के लड़ाकू विमानों को उड़ा रही हैं. यह सब तब संभव हो पाया है, जब बेटियों ने खुद को कम न आंकते हुए शिद्दत से मेहनत की. ये बात अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने मंगलवार को पोकरण ब्लॉक मुख्यालय में आयोजित इंदिरा प्रियदर्शिनी, गार्गी पुरस्कार और बालिका प्रोत्साहन सम्मान समारोह के दौरान कही.
उन्होंने कहा कि उन्हें याद है जब वे 2000 में प्रधान बने थे, उस वक्त लोगों को हस्ताक्षर करना सिखाने के लिए सरकार अभियान चलाती थी, साक्षरता अभियान और प्रौढ़ शिक्षा जैसे प्रोग्राम चलाए गए. वर्तमान में सर्व शिक्षा अभियान (समग्र शिक्षा) चलाया जा रहा है. इन बीस वर्षों में शिक्षा में बहुत अंतर आया है, प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सीनियर सैकंडरी स्कूल हैं, ब्लॉक मुख्यालय पर कॉलेज खोले गए हैं.
बाड़मेर-जैसलेमर जिलों से आरपीएससी और यूपीएससी क्लियर करने वाले युवा बढ़े हैं. उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए गार्गी पुरस्कार शुरू किया था, आज आप देख रहे हैं गार्गी पुरस्कार पाने वाली बंटी राजपूत तहसीलदार के रूप में आपके सामने हैं, किरण कंग एसपी बनकर जैसलमेर में सेवाएं देकर गईं हैं. देश की रक्षा करने वाले प्रथम पंक्ति बीएसएफ में महिलाएं देश की जहां सुरक्षा कर रही हैं, वहीं देश के लड़ाकू विमान को उड़ाने वाली भी महिला पायलट्स हैं. यह देश की बेटियों ने अपनी मेहनत से साबित कर दिखाया है.
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कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि वे शिक्षा, चिकित्सा, बिजली एवं पानी के लिए पैसों की कमी नहीं आने देंगे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनहित से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से लें. बालिका सम्मान समारोह के दौरान उपखण्ड अधिकारी राजेश विश्नोई, तहसीलदार बंटी सिंह राजपूत, सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि मौजूद रहे.