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कबीर परमेश्वर मुक्ति ट्रस्ट के आठ शिष्यों ने देहदान के लिए भरे संकल्प पत्र - देहदान पोकरण पोकरण

जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र में कबीर परमेश्वर मुक्ति ट्रस्ट के आठ शिष्यों ने देहदान के लिए संकल्प पत्र भरा.इस दौरान लोगों ने शिष्यों का आभार जताया. संत रामपाल के शिष्यों ने बताया कि हमारे सदगुरु हमें यह शिक्षा देते हैं कि हमेशा मानवता की सेवा के लिए कार्य करने चाहिए.

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कबीर परमेश्वर मुक्ति ट्रस्ट के आठ शिष्यों ने देहदान के लिए भरे संकल्प पत्र, लोगों ने जताया शिष्यों का आभार

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Published : Dec 22, 2020, 3:16 PM IST

पोकरण (जैसलमेर). कबीर परमेश्वर मुक्ति ट्रस्ट के आठ शिष्यों ने देहदान के लिए भरे संकल्प पत्र. लोगों ने जताया शिष्यों का आभार. पोकरण क्षेत्र के कई लोगों ने अपने जीवन के साथ-साथ मानवता का कार्य करते हुए एक संकल्प के साथ अपना शरीर देहदान करने के लिए दस्तावेज तैयार कर बीकानेर स्थित सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में जमा करवाने के लिए संकल्प लिया. कबीर परमेश्वर मुक्ति ट्रस्ट के सदस्यों ने कबीरपंथी संत रामपाल महाराज के सानिध्य तथा उनकी शिक्षाओं से प्रभावित होकर संत के शिष्यों ने देहदान करने लिए संकल्प फॉर्म भरने के साथ ही उन्होंने अपने समाज में नई पहल शुरू की.

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इस दौरान महाराज के शिष्य खेताराम गोदारा ने बताया कि पोकरण थाने में क्षेत्र के बींजाराम के नेतृत्व में आठ शिष्यों ने अपना शरीर देहदान करने के लिए संकल्प पत्र भरा. बींजाराम ने बताया कि जब तक व्यक्ति जीवित है तब तक मानवता एवं समाजसेवी करना चाहिए तथा जब भी व्यक्ति अपना शरीर छोड़ देता है उसके बाद अपना शरीर दूसरे लोगों में जब काम आता है उससे कोई बढ़कर दान नहीं है. इसी प्रकार खेताराम गोदारा ने बताया कि आज के युग में कोई भी व्यक्ति देहदान नहीं करना चाहता है. लेकिन संत रामपाल ने देहदान की नई पहल शुरू कर लोगों को देहदान करने को कहा.

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जिस पर महाराज के कई शिष्यों ने महाराज की प्रेरणा को लेकर देहदान के लिए कई शिष्य आगे आए. गोदारा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में संत रामपाल के शिष्यों ने बताया कि हमारे सदगुरू हमें यह शिक्षा देते है कि जीवित है तो मानवता की सेवा करनी चाहिए. अगर मरणोंपरांत भी ये देह किसी के काम आ सके तो इससे बड़ा कोई पुण्य लाभ नहीं है. इस अवसर पर देहदान करने वाले लोगों का आभार, धन्यवाद ज्ञापित किया गया. इस दौरान बाद खेताराम गोदारा ने बताया कि क्षेत्र के आठ लोगों ने अपनी इच्छा और परिवार की सहमति पत्र के साथ शरीर दान महादान के तहत देहदान के लिए संकल्प पत्र भरा. इसके बाद देहदान के लिए कॉलेज द्वारा दिए गए दस्तावेजों की संपूर्ण कार्रवाई भी की गई.

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