जैसलमेर.ऊंट पालक उष्ट्र विकास योजना के अंतर्गत जिले में अब तक अनुदान की गई लगभग चार करोड़ राशि का भुगतान वास्तविक ऊंट पालकों को न होने और योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जिला मुख्यालय स्थित पशुपालन विभाग के कार्यालय पहुंचे. पशु पालकों ने इस दौरान कार्यालय में विभागीय अधिकारियों को घेरा और आरोप लगाए कि फील्ड पर ऊंटनियों के टैग लगाने और फॉर्म भरने के एवज में विभाग के चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों ने प्रति ऊंट 500 से 1000 पशु पालकों से लिए और क्षेत्र में हजारों रुपए ऐंठने के बाद भी पशु पालकों को अनुदान राशि अब तक नहीं मिली.
पशु संरक्षण के लिए प्रदेश में कार्य कर रही लोकहित पशुपालन संस्था के संस्थापक हनुमंत सिंह राठौड़ ने बताया कि सरकार द्वारा ऊंटों के संरक्षण के लिए यह योजना शुरू की गई थी. लेकिन विभागीय अधिकारियों ने योजना के नाम पर लाखों रुपए पशुपालकों से ऐंठ लिए और अनुदान राशि की बंदरबांट की गई है. वहीं पशु पालकों ने इस दौरान विभागीय अधिकारियों और कार्मिकों के नाम लिए, जिन्होंने योजना का लाभ दिलवाने के बदले में पशुपालकों से पैसे लिए हैं.