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इस शख्स ने की 3 लाख किलोमीटर की साइकिल यात्रा, जानें क्या है मंशा - 3 लाख किलोमीटर की साइकिल यात्रा

आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो पिछले 30 सालों से साइकिल यात्रा पर है. इस यात्रा के पीछे उनकी क्या (cycled three lakh kilometers in 30 years) मंशा है, चलिए जानते हैं.

cycled three lakh kilometers in 30 years
cycled three lakh kilometers in 30 years

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Published : Jun 11, 2023, 7:17 PM IST

जैसलमेर (पोकरण).यदि हौसले बुलंद हो तो इंसान कुछ भी हासिल कर सकता है, उसके आगे सभी विकट परिस्थितियां भी छोटी पड़ जाती है. ऐसा ही जोश और जज्बा है पंजाब के होशियारपुर जिले के देहाना ग्राम निवासी बलदेव सिंह का. बलदेव ने इसी जोश और जज्बे के बूते 15 साल की उम्र में साइकिल पर धार्मिक स्थलों की यात्राएं शुरू की थी. वहीं, आज 45 साल की उम्र में वो 30 सालों से लगातार धार्मिक यात्राएं कर रहे हैं. इन 30 सालों में वे 3 लाख किलोमीटर की यात्रा साइकिल से कर चुके हैं.

इस यात्रा में वे धार्मिक स्थलों के दर्शन करते हैं और गुरुद्वारों में अरदास करते हैं. इस बार उन्होंने अपनी यात्रा श्रीनगर से शुरू की है. वे इसके बाद लुधियाना, अमृतसर, पीलीबंगा, हनुमानगढ़ और बीकानेर होते हुए रामदेवरा पहुंचे. वहीं, रामदेवरा में उन्होंने बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर देश में खुशहाली की कामना की. इसके बाद वे आगे गुजरात की द्वारिका स्थित द्वारकाधीश के दर्शन के लिए निकल गए. इस दौरान वे अन्य धार्मिक स्थलों के भी दर्शन करेंगे.

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बलदेव सिंह ने बताया कि वे देश में शांति, खुशहाली और विकास की कामना करते हुए यात्रा करते हैं. साथ ही लोगों को भी शांति से जीवन जीने का संदेश देते हैं. प्रतिदिन साइकिल के माध्यम से वे 50-60 किलोमीटर यात्रा करते हैं और फिर रात में किसी ढाबे या फिर गुरुद्वारे में विश्राम करते हैं.

बलदेव सिंह महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बेंगलुरु, कर्नाटक, दिल्ली, बिहार, झारखंड आदि राज्यों के धार्मिक स्थलों की यात्रा चुके हैं. उन्होंने बताया कि वे अपना काम सच्चे मन से करते हैं, इसलिए आज तक उन्हें रास्ते में कोई परेशानी नहीं हुई. साइकिल पर उन्होंने अपनी जरूरत के सभी सामान रखे हैं. जिसमें कपड़ों से लेकर ओढ़ने व बिछाने के चादर तक शामिल है. उन्होंने आगे बताया कि एक यात्रा पूरी होने के बाद वे अपने घर जाते हैं और वहां कुछ दिन रहने के बाद फिर अपनी अगली यात्रा शुरू कर देते हैं.

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