जैसलमेर. प्रदेश की गहलोत सरकार पिछले 12 दिन से होटल सूर्यगढ़ में थी. वहीं, अब गहलोत सरकार के उपर से सियासी संकट टलता दिखाई दे रहा है. ऐसे में बुधवार को इन सभी विधायकों को जैसलमेर से जयपुर भेजा गया है. जहां पर विधानसभा सत्र प्रारंभ होने तक इन्हें होटल फेयरमाउंट में रखा जाएगा. जहां से बाड़ेबंदी की शुरुआत हुई थी.
गहलोत के विधायकों की स्वर्णनगरी से विदाई बुधवार को जयपुर के लिए रवाना होने से पहले कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि सरकार जैसलमेर आई थी यह जैसलमेर का सौभाग्य है. उन्हें यहां का स्थानीय नेता होने के चलते यहां की जनता के साथ मेजबानी करने का और यहां की सामाजिक रीति के अनुसार मेहमानों का मान-सम्मान करने का अवसर मिला.
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वहीं, मंत्री ने रणदीप सुरजेवाला के विधायक दल की बैठक में दिए गए बयान "कोई घर के दरवाजे पर आता है तो उसे दुत्कार आ नहीं जाता" पर कहा कि यदि सुबह का भुला शाम को घर आता है तो उसे भूला नहीं कहते. मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व ने जो फैसला लिया वह सभी को मान्य है और हम सभी को उसे मानना है."
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मंत्री सालेह मोहम्मद ने सचिन पायलट पर अब तक जो भी बयानबाजी हुई उसे लेकर कहा कि जब 100 से अधिक विधायकों को जिस समय जनता की सेवा करनी चाहिए तब षड्यंत्र के कारण सभी को इतने समय तक होटलों में रहना पड़ा तो ऐसे में दर्द होता ही है. ऐसी स्थिति में यदि कुछ बोला गया तो यह समय-समय की बात है.