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युवा बेरोजगारों का महासम्मेलन, युवाओं ने दिखाया वोटों का डर तो मंत्री ने कर दी ये बड़ी घोषणा

जयपुर में बुधवार को युवा बेरोजगारों का महासम्मेलन हुआ. इस सम्मेलन के दौरान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने साफ कहा कि इस बार का चुनाव रोजगार, नौकरी और पेपर लीक के मुद्दे पर होंगे.

Jaipur Youth Convention
युवा महासम्मेलन

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Published : Jun 7, 2023, 7:01 PM IST

किसने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर.चुनाव है, वोटों की राजनीति है, युवा वोटों का डर दिखा रहा है, जीत की चाबी युवाओं के पास होगी. यह कहना है बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव का. बुधवार को चुनावी वर्ष में विभिन्न समाजों की रैलियों और महाकुंभ के बीच युवा बेरोजगारों का महासम्मेलन हुआ, जिसमें बेरोजगारों के नेता उपेन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सितंबर में फैसला लिया जाएगा कि प्रदेश का युवा किसके साथ है.

सरकार यदि युवाओं की मांगे पूरी करती है तो कांग्रेस को समर्थन देंगे, अन्यथा युवाओं के पास और भी विकल्प हैं. हालांकि, महासम्मेलन में पहुंचे कांग्रेस और बीजेपी के जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने वादों से युवाओं को आकर्षित करने की कोशिश की. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने तो शिक्षा विभाग में 90 हजार भर्तियों का जिक्र करते हुए आईएएस-आरएएस के इम्तिहान की तरह हर साल रीट की परीक्षा कराने का ऐलान कर दिया.

रोजगार, नौकरी और पेपर लीक के मुद्दे पर चुनावः प्रदेश में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी जाति-समाज अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए, अपनी मांगों को भी रख रहे हैं. साथ ही राजनीतिक दलों से टिकट की भी मांग कर रहे हैं. कुछ ने तो नंबर एक की कुर्सी पर उनके समाज का व्यक्ति बैठे ये मांग तक उठा दी. इस बीच युवा बेरोजगारों ने भी एकजुटता दिखाते हुए राजधानी में हुंकार भरी. बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेन यादव ने स्पष्ट कर दिया कि इस बार जाति और धर्म के आधार पर वोट नहीं डाले जाएंगे. इस बार चुनाव रोजगार, नौकरी और पेपर लीक के मुद्दे पर होंगे. इसे लेकर उन्होंने राज्य सरकार और केंद्र सरकार से मांग की है कि सदन में ऐसा कानून लाया जाए कि पेपर लीक करने वालों के लिए उम्र कैद की सजा हो.

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इसके अलावा 1 लाख प्रक्रियाधीन भर्तियों में आचार संहिता से पहले जॉइनिंग हो और इस बजट में जो एक लाख भर्तियों की घोषणा की गई थी, उसमें जल्द वर्गीकरण कर विज्ञप्ति जारी हो, ताकि अभ्यर्थी को पता रहे कि उसे किस प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करनी है. वहीं, विभिन्न आंदोलनों में बेरोजगारों पर लगे मुकदमों को वापस लेने, युवा बेरोजगार बोर्ड का गठन करने जैसी मांगों को लेकर सरकार के प्रतिनिधियों ने बेरोजगारों के 11 प्रतिनिधियों को सीएम से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया है. साथ ही बेरोजगारों की सुनवाई के लिए आईएएस अधिकारियों की स्थाई कमेटी बनाने के लिए भी कहा गया है.

यह बोले मंत्री बीडी कल्लाः इससे पहले प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार ने अब तक डेढ़ लाख लोगों को रोजगार दिया. एक लाख लोगों की भर्ती और करने जा रहे हैं, जबकि दूसरी ओर केंद्र की सरकार ने हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था. ऐसे में 9 साल में अब तक 18 करोड़ लोगों को रोजगार मिल जाना चाहिए था, लोगों के खाते में 15 लाख डालने की बात कही गई थी, वो भी पूरी नहीं हुई. किसान की इनकम भी नहीं बढ़ी, महंगाई आसमान छू रही है, जबकि प्रदेश की कांग्रेस सरकार रोजगार देने वाली और महंगाई में राहत देने वाली सरकार है. राज्य में अकेले शिक्षा विभाग में 90 हजार भर्तियां हो रही है. इसके अलावा अन्य विभाग भी हैं. वहीं, रीट में पद बढ़ाने को लेकर उन्होंने कहा कि पदों की संख्या हमेशा विद्यार्थियों, स्कूलों और रिक्त पदों के आधार पर की जाती है, जैसे-जैसे पदों की आवश्यकता होगी, वित्त विभाग से मंजूरी लेकर आगे से आगे प्रक्रिया शुरू कर देंगे.

यह भी किया ऐलानः उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में 5 सालों में सबसे ज्यादा नौकरियां दी हैं और राज्य में अभी एक ऐसा प्रोसेस शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें हर साल रिक्त पदों की पूर्ति हो, जैसे आरएएस आईएएस के इम्तिहान हर साल होते हैं, उसी तरह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं रीट की परीक्षा रिक्त पदों पर हर साल हो. हर साल बेरोजगारों को रोजगार मिले, हालांकि जब शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला राज्य सरकार की योजनाएं गिना रहे थे तो युवाओं के बीच से पेपर लीक- पेपर लीक का शोर भी शुरू हुआ. इस दौरान बीडी कल्ला ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बीजेपी गणेश जी को दूध पिला कर वोट मांग लेती है, ये धर्म के नाम पर ठगी करना जानते हैं. इन्होंने बेरोजगारों को रोजगार नहीं दिया. रोजगार के नाम पर सिर्फ अग्नीपथ दिया, वो भी 4 साल की नौकरी. इस दौरान उन्होंने एक व्यक्ति के साथ हुए संवाद का हवाला देते हुए पीएम मोदी को झांसा गुरु तक कह डाला. साथ ही कहा कि पीएम मोदी हर 3 महीने में एक नई योजना लेकर आते हैं, और फिर पता लगता है योजना हवा में उड़ गई.

सरकार बनेगी तो इनकी मांगों पर विचार करेंगेःइस दौरान मौजूद रहे बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान के अंदर बेरोजगार संघ एक ऐसा संघ है, जो सिर्फ युवाओं की मांगों की बात करता है. उनकी समस्याओं की बात करते हैं, उसके समाधान की बात करते हैं. सरकार चाहे किसी की भी पार्टी की हो बेरोजगारों की समस्या बताते हुए उसका समाधान निकालने की मांग करते हैं. बीजेपी की सरकार ने हमेशा सहानुभूति पूर्वक उनकी मांगों पर विचार किया है, आगे जब सरकार बनेगी तब भी इनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, यदि सरकार के सामने समस्या है और युवाओं की मांग नाजायज हैं, तो इन्हें बैठाकर समझाना चाहिए. कानून में संशोधन की आवश्यकता है, तो संशोधन करना चाहिए, लेकिन युवाओं के हितों के साथ जो कुठाराघात हो रहा है, वो नहीं होना चाहिए.

पेपर लीक बड़ा मुद्दाः रामलाल शर्मा ने कहा कि पेपर लीक एक बड़ा मुद्दा है इसे लेकर युवा बेरोजगारों ने उपेन यादव के नेतृत्व में डंडे भी खाए, पुलिस का अत्याचार भी सहा, उसके बाद भी जब परिणाम निकल कर नहीं आया. एक जिला जालोर ऐसा है, जहां सबसे ज्यादा सब इंस्पेक्टर की भर्ती हो रही है. उस पर भी सवाल उठ रहे हैं, तो उनकी भी जांच होनी चाहिए. मेहनत करने वाले बाहर और बेईमानी करने वाले अंदर, जो दोषी हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए, दंड मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिसमें जितना सामर्थ्य है, उसको उतना काम करना चाहिए, लेकिन ये कटु सत्य है कि सारे बेरोजगारों को सिर्फ गवर्नमेंट सेक्टर में रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा सकता. सरकार को प्राइवेट सेक्टर में भी कुछ ऐसी नीति बनानी चाहिए कि लोग वहां जाएं, चाहे स्किल के माध्यम से जाएं या इंडस्ट्री डेवलपमेंट में जाएं. उन्होंने कहा कि कानून सबके बने हुए हैं, 302 की धारा बनी हुई है, फिर भी हत्या होना रुकी नहीं. कठोरता के साथ कानून की पालना जरूरी है, डर और भय जरूरी है, ताकि अपराध करने से पहले व्यक्ति चार बार सोचें, इसलिए डर पैदा करना जरूरी है फिर एजेंसी चाहे एसओजी, एटीएस, ईडी और सीबीआई कोई भी हो.

उधर, युवाओं से बात करते हुए आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि युवाओं में मुख्यमंत्री की योजनाओं और भर्तियों को लेकर जोश है. युवाओं में पीएम मोदी के झांसों को लेकर निराशा है. युवाओं ने आज अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जो रिस्पांस दिया, उससे ये साबित हो रहा है कि युवा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हैं. एक बार फिर प्रदेश में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि दोनों राजनीतिक दल यहां पहुंचे हैं. एक अच्छी परंपरा है. प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, पता लगना चाहिए कि कांग्रेस युवाओं पर ज्यादा ध्यान रखती है या बीजेपी की सरकारें0 इसी बात पर निर्णय हो और फिर मतदान हो, जो अच्छा लगे उसको धन्यवाद दो, और जो युवाओं को झांसा दे वो एक्सपोज हो. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंत्रालयिक कर्मचारियों से भी संवाद बनाए हुए हैं, जल्द ही उसका भी समाधान निकलेगा.

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