जयपुर.विधि व विधिक कार्य विभाग की ओर से शनिवार को पॉक्सो मामलों में प्रभावी पैरवी को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश की सभी पॉक्सो कोर्ट में तैनात विशेष लोक अभियोजक शामिल हुए. कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रमुख विधि सचिव ज्ञान प्रकाश गुप्ता ने बताया कि सुनवाई के दौरान किस तरह से एफएसएल रिपोर्ट, डीएनए रिपोर्ट और मेडिकल रिपोर्ट को एक साथ पेश कर संबंधित गवाह के बयान दर्ज कराए जाएं, ताकि उसमें मेडिकल पक्ष की सभी साक्ष्य एक साथ आ जाए.
वहीं, सरकारी वकीलों को यह भी बताया गया कि पैरवी के दौरान उनसे किस तरह की गलती होती है और उसे किस तरह से दूर किया जा सकता है. कार्यशाला को संबोधित करते हुए विशिष्ट सचिव गिरिजेश ओझा ने बताया कि नाबालिग से दुष्कर्म के कई मामलों में सुनवाई के दौरान पीड़िता की उम्र निर्धारण नहीं हो पाने के कारण आरोपी बरी हो जाते हैं. ऐसे में पीड़िता की उम्र संबंधी साक्ष्य किस तरह से एकत्र किए जाए कि बचाव पक्ष उनका काट न निकाल सके.