विराटनगर (जयपुर). जीनोम इंडिया परियोजना के अंतर्गत एम्स हॉस्पिटल जोधपुर एवं एसजीएन हॉस्पिटल पावटा के तत्वाधान में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए लोगों के रक्त के नमूने परियोजना के लिए संग्रहित किए गए. यह भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी जीन प्रति चित्रण परियोजना है. जिसे भारत की विशाल अनुवांशिक विविधता की ओर बढ़ता पहले कदम के रूप में बताया गया है.
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य अगली पीढ़ी की दवा, कृषि और जैव विविधता प्रबंधन के लिए भारत के अनुवांशिक परिदृश्य का प्रति चित्रण महत्वपूर्ण है. जीनोम इंडिया परियोजना के अंतर्गत भारतीय आबादी के पैमाने और विविधता के कारण मानव प्रजाति पर उपलब्ध जानकारी को जुटाने और उसके कारण को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे भारतीय संदर्भ जीनोम का ग्रीड तैयार किया जाएगा. जिससे बीमारी के लक्षण के प्रकार और प्रकृति को पूरी तरह से समझा जा सके.