जयपुर. जिले के आसलपुर ग्राम पंचायत में मनरेगा में रोजगार से वंचित महिलाओं में आक्रोश व्याप्त है. इसके विरोध में गुरुवार को आसलपुर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर महिलाओं ने प्रदर्शन (women protest) किया. सरपंच के आश्वासन के बाद महिलाएं वापस अपने घर लौट गईं.
लॉकडाउन (lockdown) के कारण आम जनता को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है. इस वजह से शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेरोजगारी फैल गई है. लोगों के पास खाने तक के पैसे नहीं बचे. अब अनलॉक शुरू होते ही मनरेगा के माध्यम से लोगों को रोजगार देना शुरू कर दिया गया है, लेकिन इसमें कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा.
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गाइडलाइन के तहत एक साइट पर 30 लोगों से ज्यादा मजदूर नहीं लगाने की बात कही गई है. इसके बाद गुरुवार को महिलाएं रोजगार पाने के लिए जॉब कार्ड (job card) लेकर ग्राम पंचायत मुख्यालय आसलपुर पहुंच गईं और मनरेगा के तहत रोजगार देने की मांग करने लगीं. इसके बाद सरपंच सरला कुमावत ने उनसे कहा कि एक साइट पर 30 से ज्यादा लोगों को काम नहीं दे सकते.
सरपंच का कहना है कि मनरेगा के तहत रोजगार पाने वाले सैंकड़ों लोग हैं, जबकि नियमों के तहत सभी को रोजगार देना मुश्किल है. उन्होंने महिलाओं को आश्वासन दिया कि कुछ दिनों बाद जब रोजगार दिया जाएगा तो एक बार रोजगार पा चुके लोगों को काम पर नहीं लगाया जाएगा. लेकिन महिलाओं ने उनकी बात नहीं मानी और जॉब कार्ड के साथ प्रदर्शन करने लगीं. काफी समझाइश के बाद महिलाओं ने सरपंच की बात मानी और अपने-अपने घर लौट गई.