जयपुर.राजस्थान में सियासी तूफान आया (Rajasthan Political Crisis) है और विधायक एक बार फिर से गहलोत और पायलट खेमे में बंट (MLAs divided into two factions in Rajasthan) गए हैं. लेकिन अबकी इस बगावती समर में एक नया खेमा बन गया है, जो पार्टी आलाकमान का है. इस खेमे में शामिल विधायक ना तो पायलट के साथ हैं और ना ही गहलोत के साथ. वहीं, इस खेमे में शामिल विधायक पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वो पार्टी आलाकमान के निर्णय के साथ स्टैंड करेंगे. बात अगर महिला विधायकों की करें तो इनमें से ज्यादातर विधायक गहलोत और आलाकमान के बीच विभक्त हैं. राजस्थान में कांग्रेस की कुल 15 महिला विधायक हैं, जिनमें से 2 मंत्री हैं तो वहीं, 8 सार्वजनिक रूप से गहलोत खेमे में बनी हुई हैं, जो पहले ही अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंप चुकी हैं.
हालांकि, यह संख्या पहले 11 थी, लेकिन अब 11 में से 3 महिला विधायक आलाकमान के फैसले के साथ (Politics on CM face in Rajasthan) हैं. वहीं, चार विधायक ऐसी हैं, जो शुरुआत से ही कांग्रेस आलाकमान के साथ बनी हुई हैं. ऐसे में अगर आलाकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाता है तो उसे 7 महिला विधायकों का साथ मिलना तय है. इन 15 विधायकों के अलावा एक विधायक ऐसी भी हैं, जो कांग्रेस से नहीं, बल्कि बीजेपी से आती हैं और उन्होंने सीएम गहलोत के समर्थन में इस्तीफा दिया है. इन सब के बीच खास बात यह है कि शोभा रानी कुशवाह (BJP MLA Shobha Rani Kushwaha) मंत्री शांतिलाल धारीवाल के घर पर हुई बैठक में भी शामिल हुई थीं.
इसे भी पढ़ें - Rajasthan Political Crisis: सीएम गहलोत का बड़ा बयान, पूरे 5 साल चलाएंगे सरकार