जयपुर.आबकारी विभाग में भ्रष्टाचार और घूसखोरी के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने महिला आबकारी निरीक्षक और दो दलालों को परिवादी से तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. परिवादी के पास शराब की दुकान का लाइसेंस है. उससे महिला निरीक्षक ने दस लाख रुपए की घूस मांगी थी. वह इतनी बड़ी राशि नहीं दे पाया तो उसकी दुकान सील कर दी गई. बाद में किस्तों में घूस देने का सौदा तय हुआ. इस बीच परिवादी ने एसीबी में शिकायत कर दी. पहली किस्त के तीन लाख रुपए लेते महिला आबकारी निरीक्षक व दो दलालों को एसीबी ने धर दबोचा है.
एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी के अनुसार, शराब की दुकान चलाने वाले परिवादी ने 28 जुलाई को शिकायत दी कि महिला आबकारी निरीक्षक अंकिता माथुर रिश्वत मांगकर उसे परेशान कर रही है. सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर गुरुवार को ट्रैप की कार्रवाई की गई. महिला आबकारी निरीक्षक अंकिता माथुर को रिश्वत के तीन लाख रुपए देने के लिए परिवादी को भेजा गया. परिवादी से रिश्वत के तीन लाख रुपए लेने के लिए अंकिता माथुर ने मोनू अली और असलम को भेजा. दोनों ने परिवादी जैसे ही पैकेट लिया घात लगाकर बैठी एसीबी की टीम ने उन्हें पकड़ लिया. इसके बाद उनसे आबकारी निरीक्षक अंकिता माथुर को कॉल करवाया गया.
पहले घर बुलाया, फिर पार्क में लिया 3 लाख का पैकेट :एसीबी की गिरफ्त में आए दलाल मोनू अली और असलम ने अंकिता माथुर को फोन किया. फोन पर अंकिता माथुर ने शाम को कॉल करने की बात कही. शाम को कॉल कर रुपए देने के लिए अपने घर बुलाया था. बाद में दोनों को घर के पास एक पार्क में आने को कहा. पार्क में जैसे ही मोनू अली और असलम ने अंकिता माथुर को रुपए का पैकेट दिया तो एसीबी ने उसे फौरन दबोच लिया.