जयपुर. प्रदेश में कोयले की आपूर्ति की कमी से उत्पन्न हुए बिजली संकट से अब कुछ राहत मिल गई है. केंद्र से राजस्थान को मिलने वाला कोयला अब भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है, लेकिन इस बीच मौसम में हुए परिवर्तन के चलते प्रदेश में बिजली की मांग में कमी आई है. इसके चलते बिजली संकट के इस दौर में डिस्कॉम ने राहत की सांस ली है.
दरअसल बीते 2 दिनों में प्रदेश के कई जिलों में गुलाबी सर्दी ने दस्तक दे दी है, जिसके चलते बिजली की खपत में कमी आई है. इसमें बिजली की उपलब्धता औसतन करीब 9926 मेगावाट है, तो अनुमानित मांग 9773 मेगावाट है. हालांकि अधिकतम मांग करीब 10500 मेगावाट तक पहुंची है, लेकिन लगातार विद्युत उत्पादन में हो रहे इजाफे के चलते इसकी भी पूर्ति डिस्कॉम कर पा रहा है. यही कारण है कि जिला मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले पावर कट अब बंद हो चुके हैं. हालांकि दीपावली पूर्व का मेंटेनेंस का कार्य जरूर जारी है, जिसके चलते जिलों में अलग-अलग इलाकों में शटडाउन लिया जा रहा है.
पढ़ें:राजस्थान सरकार ने 2014 से पेट्रोल-डीजल पर टैक्स नहीं बढ़ाया, केंद्र से हो रही बढ़ोतरी: खाचरियावास
कोयले की आपूर्ति पहुंची 18 रैक प्रतिदिन