जयपुर. जिले के आमेर मावठा झील में रविवार को बीसलपुर पाइप लाइन से पानी छोड़ा गया. अब आमेर मावठा को रोजाना 15 लाख लीटर पानी मिलेगा. मावठा में पानी आने से स्थानीय लोगों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. इस मौके पर पीसीसी सचिव प्रशांत शर्मा भी आमेर पहुंचे, जहां आमेर वासियों के साथ मावठा में पानी आने की खुशी मनाई. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने मिठाईयां बांटकर खुशी मनाई.
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मावठा झील में पानी भरने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. साथ ही आमेर महल में आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. जलदाय विभाग ने आमेर के मावठा को बीसलपुर के पानी से भरने के लिए पाइप लाइनों की टेस्टिंग करने के बाद पानी भरने की शुरुआत की है. ब्रह्मपुरी पंप हाउस से 10 इंच की पाइप लाइन से मावठा को रोजाना 15 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाएगी. मावठा की वर्तमान में भराव क्षमता लगभग 1250 लाख लीटर है. रामनिवास बाग पंपिंग स्टेशन से ब्रह्मपुरी को रोजना 220 लाख लीटर पानी मिलता है. अब इसे बढ़ाकर 235 लाख लीटर पानी दिया गया. आमेर शहर को पहले की तरह 25 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाती रहेगी.
आमेर मावठा में छोड़ा गया बीसलपुर का पानी जलदाय विभाग की एक्सईएन निशा शर्मा ने बताया कि आमेर शहर को ब्रह्मपुरी पंप हाउस से 10 इंच की पाइप लाइन से रोजाना बिसलपुर का 27 लाख लीटर पानी दिया जाता है. इसी पाइपलाइन से 15 लाख लीटर अतिरिक्त पानी मावठे को भरने के लिए छोड़ा जाएगा. 90 दिन में मावठा को पूरा भरने का लक्ष्य रखा गया है. मावठे में पानी भरने के बाद आमेर में जल स्तर बढ़ेगा, जिससे स्थानीय हेडपंप और नलकूपों में भी पानी की आवक बढ़ेगी.
इसके अलावा आमेर शहर में भी पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए बिलोनिया गांव के पुराने नलकूपों को चालू किया जा रहा है. आमेर शहर को पहले बिलोनिया गांव में खुदे 6 नलकूपों से पानी मिलता था. बीसलपुर का पानी मिलने के बाद नलकूपों को बंद कर दिया गया था. विभाग ने इन नलकूपों को चालू कर लिया है. और पुरानी 12 इंच की सीमेंट पाइपलाइन की टेस्टिंग का काम लगभग पूरा कर लिया है. इन नलकूपों से 8 लाख लीटर अतिरिक्त पानी आमेर शहर को दिया जाएगा. जिससे आमेर शहर की पेयजल आपूर्ति में सुधार होगा.