मौन व्रत रख अभ्यर्थी ने जताया विरोध जयपुर.कहते हैं अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता, लेकिन आरपीएससी सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच अभ्यर्थी आशीष गौतम अकेले ही जयपुर के अमर जवान ज्योति पर मौन प्रदर्शन करते (Vow of silence by an aspirant in paper leak case) दिखे. हनुमानगढ़ से राजधानी पहुंचे आशीष गौतम ने बताया कि गांधी के तरीके से कथित गांधीवादी मुख्यमंत्री को अपनी बात समझाई जा सकती है. इसलिए मौन व्रत करने अमर जवान ज्योति पहुंचे.
पुलिस को जब इस बात की सूचना मिली, तो उन्होंने जबरन ये कहते हुए उठा दिया कि यहां प्रदर्शन के लिए परमिशन चाहिए. उन्होंने कहा कि एक अकेला आदमी तख्ती लेकर मौन व्रत करके बैठा है, तो उससे सरकार को क्या खतरा है. आशीष ने सवाल उठाया कि पेपर लीक हो जाने के बाद कुछ घंटों में आरोपियों की गिरफ्तारी करने को लेकर खुद की पीठ थपथपाने वाले पेपर लीक को क्यों नहीं रोक पाते. जब इन पेपर की सुरक्षा की बात थी तब इसे सुरक्षा देने वाले भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे थे. उन्होंने सवाल उठाया कि नोहर में एक युवक ने सुसाइड कर लिया. ऐसे न जाने कितने युवाओं का भविष्य सरकार ने दांव पर लगा दिया है. उन्होंने विधानसभा में बैठे सभी विधायकों को नकारा बताते हुए इन सभी से इस्तीफे की मांग की.
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गांधीवादी तरीके से आशीष ने मौन पर बैठने से पहले बताया कि पिछले 5 सालों में सरकार एक भी भर्ती सही तरीके से पूरी नहीं करवा पाई है. सरकार युवाओं का भरोसा तोड़ उनके साथ खिलवाड़ करती रही है. आशीष ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि पिछली बार आरएएस भर्ती घोटाले में उस समय के शिक्षा मंत्री डोटासरा का नाम आने के बाद सरकार ने उन्हें शिक्षा मंत्री के पद से तो हटा दिया, लेकिन उनकी वफादारी का इनाम देते हुए कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया. इस बात की आपत्ति विपक्ष ने भी नहीं जताई. इसीलिए अब वह चाहते हैं कि राजस्थान के सभी नकारा माननीय विधायक चाहे वह सत्ता पक्ष के हों या विपक्ष के, अपने पद से इस्तीफा दें और घर बैठ जाएं.
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उन्होंने कहा कि राजस्थान के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों की तस्वीरें राजस्थान की तीनों प्रमुख पार्टियों के नेताओं के साथ वायरल हो रही है, जो बेहद चिंताजनक स्थिति है. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को जनता के बीच आकर यह बताना चाहिए कि इनके नेताओं के संबंध पेपर लीक माफिया से हैं या नहीं. आपको बता दें कि 24 दिसंबर को राज्य में सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर सामान्य ज्ञान परीक्षा होनी थी. लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही परीक्षा का पेपर लीक हो गया. आशंका जताई जा रही है कि सामान्य ज्ञान ही नहीं बल्कि अन्य विषयों के पेपर भी लीक हुए हैं.