जयपुर.राजधानी जयपुर में कोरोना पॉजिटिव से हर दिन मरीजों की मौत हो रही है. ऐसे में जिस मरीज को जीते-जी लोग छूने से भी कतराते हैं, मरने के बाद उनका अंतिम संस्कार भी करने को तैयार नहीं हैं. इन हालतों में विष्णु गुर्जर जो SMS हॉस्पिटल के मुर्दाघर में सुपरवाइजर के पद पर तैनात हैं इन लाशों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं.
कोरोना से मरने वाले शवों का अंतिम संस्कार करते हैं विष्णु गुर्जर विष्णु अपनी टीम के साथ इंसानियत का फर्ज निभाते हुए कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. ये सभी ऐसे लोग होते हैं जिनका अंतिम संस्कार करने वाला कोई अपना नहीं होता या फिर जिनके परिजन शव लेने से इंकार कर देते हैं.
विष्णु गुर्जर कहते हैं कि, हम सभी मृतकों को उनके धर्म के आधार पर ही उनका अंतिम संस्कार भी करते हैं. अगर हिंदू है तो हिंदू संस्कार के अनुसार और अगर मुस्लिम है तो उसे कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक करके अंतिम संस्कार की रस्में निभाई जाती है. विष्णु अभी तक 74 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मृतकों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं.
विष्णु गुर्जर को सम्मानित करते हुए. ये भी पढ़ें:लॉकडाउन की वजह से बढ़ेगा खरीफ फसल की बुवाई का रकबा, खाद और बीज को लेकर ये है प्लान
लेकिन एक बात हर किसी को हैरान कर सकती है, विष्ण गुर्जर कहते हैं कि अंतिम संस्कार के बाद भी कई मृतकों के परिजन तो ऐसे हैं जो अस्तियां भी लेने नहीं आए. ऐसे में ये सभी अस्तियां विष्णु के पास की रखी हैं. विष्णु कहते हैं कि वो इस काम के लिए कोई प्रोफेशलन नहीं हैं मजबूरन कर रहे हैं.
रात को आते हैं डरावने सपने:
उन्होंने कहा कि, हर दिन किसी ना किसी कोरोना मृतक का संस्कार करना होता है. यही वजह है कि, रात को डरावने सपने भी आते हैं लेकिन हर सुबह एक नई शुरुआत के साथ शुरु होती है और खत्म भी.
पुष्प वर्षा कर किया गया स्वागत:
कोरोना संकट में कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार करने वाले कोरोना योद्धा विष्णु गुर्जर का जय भारत जन चेतना मंच के नेतृत्व में स्वागत भी किया गया है. स्थानीय पार्षद विक्रम सिंह तंवर और बीजेपी नेता हेमपाल मीणा ने कोरोना योद्धा विष्णु को माला पहनाकर शॉल ओड़ाकर स्वागत किया. इस दौरान लोगों ने पुष्प वर्षा कर कोरोना योद्धा विष्णु गुर्जर की हौसला अफजाई की.