जयपुर. राजधानी के बस्सी उपखंड क्षेत्र में पंचायत समिति परिसीमन में बांसखोह को पंचायत समिति बनाने की मांग को लेकर चौथे दिन सोमवार को 27 लोगों का आमरण अनशन जारी रहा. साथ ही कस्बे के बाजार भी बंद रहे. परिसीमन में तूंगा को पंचायत समिति प्रस्तावित होने के बाद से क्षेत्र के अधिकतर गांवों के लोगों में रोष फैल गया है.
बांसखाेह में ग्रामीणों का आमरण अनशन जारी पंचायत समिति बनाओं संघर्ष समिति बांसखोह के अध्यक्ष और बांसखोह ग्राम पंचायत के सरपंच मंगलाराम मीणा का कहना है कि परिसीमन की प्रक्रिया प्रशासनिक नहीं होकर राजनैतिक हो गई है. स्थानीय विधायक तूंगा से होने के कारण वे अपनी ग्राम पंचायत पर पंचायत समिति बनाना चाहते हैं. जबकि तूंगा का क्षेत्रफल और जनसंख्या बांसखोह से आधे से भी कम है.
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मंगलाराम मीणा का कहना है कि बस्सी उपखंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत होने के साथ क्षेत्र के मध्य में स्थित है. यहां हाइवे और रेलवे लाइन होने कारण लोगों के लिए आवागमन सुगम है. पंचायत समिति बनाओ संघर्ष समिति बांसखोह के ग्रामीण जो धरने में बैठे हुए हैं, उन्होंने बताया कि पंचायत समिति बनाने की मांग को लेकर चौथे दिन भी कस्बे में 27 लोग आमरण अनशन पर बैठे रहे. जिनमें 25 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं.
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वहीं, कस्बे के बाजार बंद है. जिससे आसपास के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बस्सी विधानसभा क्षेत्र में पहले नंबर पर बांसखोह होने के बाद भी तूंगा का नाम आगे करने से 16 अक्टूबर से धरना-प्रदर्शन जारी है. प्रशासन की ओर से गलती स्वीकार करते हुए नए सिरे से बांसखोह का नाम प्रस्तावित करने का आश्वासन दिया गया है.