जयपुर. कोविड- 19 के कारण काफी कुछ बदल गया है. कोरोना वायरस से अब पहले जैसा डर तो नहीं रहा, लेकिन बहुत हद तक लोगों की आदतें और सोच जरूर बदल गई है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद से ही ज्यादातर लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने से बच रहे हैं. कोरोना संक्रमण का पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साधनों पर असर भी साफ देखने को मिल रहा है. हवाई मार्ग, सड़क मार्ग और रेल यातायात सामान्य नहीं हो पाये हैं. वहीं, लोग भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करने से डर रहे हैं.
जयपुर में बढ़ी सेकंड हैंड कारों की बिक्री पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लोगों की दूरी...
राजधानी जयपुर में फेस्टीवल सीजन में भी रेलगाड़ियों में सीटें खाली रहीं. सिंधी कैंप बस अड्डे से चलने वाली बसों में भी यात्री भार कम है. इसके साथ ही राजधानी की लाइफ लाइन कही जाने वाली लो फ्लोर बसों में भी शहरवासी कम यात्रा कर रहे हैं. यह लोगों का डर है या सावधानी, जो भी हो इसने सेकंड हैंड कारों का बाजार गुलजार कर दिया है. मध्यम वर्ग के लोग जिनके लिए कार बजट के बाहर की चीज हुआ करती थी, अब उन्हें यूज्ड कारें आसानी से उपलब्ध हो रही हैं और इनकी कीमतें भी काफी कम हैं.
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जयपुर में सेकंड हैंड कार कारोबार...
जयपुर के मार्केट में सेकंड हैंड कार और बाइक के बाजार में बिक्री बढ़ी है. लॉकडाउन के बाद से इस सेगमेंट में लोगों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है. राजधानी जयपुर में ट्रू वैल्यू ,महिंद्रा फर्स्ट चॉइस, ड्रूम और कार ट्वेंटी फोर जैसी कंपनियां पुरानी कार और बाइकों की खरीद-फरोख्त करती हैं. इन कंपनियों से जुड़े लोगों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार बिक्री अधिक हो रही है. राजधानी जयपुर में ट्रू वैल्यू कार विक्रेता कंपनी के अंकुर ने बताया कि लॉकडाउन के बाद यूज्ड कार का मार्केट प्रगति कर रहा है. लॉकडाउन के बाद 2 महीने तक मार्केट नहीं बढ़ पाया था, लेकिन अब लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर करने से डर रहे हैं. जिससे यूज्ड कार की डिमांड बढ़ने लगी है और बिक्री में भी तेजी दर्ज की जा रही है.
सेकंड हैंड कारों की बिक्री में तेजी मध्यम वर्ग कर रहा यूज्ड कारों की खरीद...
यूज्ड कार विक्रेता अंकुर ने बताया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर आमजन इस समय ज्यादा भरोसा नहीं कर रहे हैं. ऐसे में मध्यमवर्गीय परिवार जिनका बजट कम होता है, वे इस समय यूज कार खरीद रहे हैं. ऐसे में लॉकडाउन के बाद जून-जुलाई तक तो यूज कार की बिक्री में कमी रही, लेकिन अगस्त के महीने से धीरे-धीरे बाजार वापस से सामान्य होने लगा और आमजन अपने ऑफिस जाने लगे तब यूज्ड कार की बिक्री अचानक से बढ़ने लगी. अंकुर का कहना है कि आने वाले दिनों में एक बार फिर यूज्ड कार को लेकर डिमांड बढ़ेगी.
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बैंक नियम बदलने से आई परेशानी...
अंकुर का कहना है कि लॉकडाउन के बाद बैंकों के नियम बदलने से शुरुआती दिनों में काफी परेशानी आई थी. क्योंकि लॉकडाउन के दौरान कुछ लोग अपनी किस्त समय पर जमा नहीं करा पाए थे. जिससे बैंक के द्वारा उन्हें डिफाल्टर भी कर दिया गया था. ऐसे में अब एक बार फिर स्थिति सामान्य होने लगी है. अंकुर ने कहा कि रोजाना दो से तीन गाड़ी उनके शोरूम से बिक रही हैं.