जयपुर. भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल रविवार को जयपुर के प्राइवेट यूनिवर्सिटी में रविवार को स्टूडेंट्स से रूबरू हुए. उन्होंने यहां छात्रों के साथ प्रधानमंत्री की 'मन की बात' कार्यक्रम का 102वां संस्करण सुना. साथ ही चर्चा के दौरान पीयूष गोयल ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन और छात्रों से पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए कैंपस में मियावाकी जंगल और अमृत सरोवर जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम करने की अपील की.
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने की बात कही थी. ऐसे में जयपुर की पूर्णिमा यूनिवर्सिटी पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन से कैंपस में या आसपास कोई स्थान तलाश कर एक अमृत सरोवर बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर से न सिर्फ ग्राउंड वाटर लेवल में सुधार होगा, बल्कि हरियाली भी बढ़ेगी. इससे सही मायने में सस्टेनेबिलिटी का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है.
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गोयल ने कहा कि यूनिवर्सिटी के 11 हजार छात्र एक बड़ी ताकत है, जिसे समाज और राज्य के लिए योगदान के लिए जरूर आगे आना चाहिए. गोयल ने कैंपस में मियावाकी जंगल प्रोजेक्ट पर काम करने की भी अपील करते हुए कहा कि इन दोनों प्रोजेक्ट्स में छात्रों को एक टीम के तौर पर कार्य करना चाहिए, वे इनमें श्रमदान भी करें. साथ ही कैंपस में पेड़ लगाकर उसे अपना नाम दें. इस दौरान देश के विकास में महिलाओं की भूमिका पर उन्होंने कहा कि जब देश की 50 फीसदी महिलाएं आर्थिक क्षेत्र में योगदान देंगी, तो देश में काफी तेज परिवर्तन आ सकता है.
उन्होंने छात्रों को जीवन को आसान बनाने वाले नए इनोवेशंस के लिए भी प्रेरित किया. इससे पहले यूनिवर्सिटी के चेयरमैन शशिकांत सिंघी, डॉ. एसएम सेठ और प्रेसीडेंट डॉ. सुरेश चंद्र पाढ़ी ने अतिथियों का स्वागत किया. इस दौरान जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ और जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा भी मौजूद रहे.