गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार किया जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर जुबानी हमला कर प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है. सीएम गहलोत ने भाजपा में फूट पड़ने का आरोप लगाया है, जिसपर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पलटवार किया. शनिवार को बीजेपी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भाजपा में कोई फूट नहीं है, हार की बौखलाहट से सीएम गहलोत इस तरह की बयान बाजी कर रहे हैं. अपनी गलतियों को छुपाने के लिए दूसरों पर दोषारोपण ठीक नहीं है.
भाजपा विचारधारा के साथ एकजुट :केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा कि बीजेपी का कार्यकर्ता व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि विचारों के लिए काम करता है. जो लोग बीजेपी में फूट की बात करते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि इस पार्टी में फूट का तो कोई प्रश्न नहीं उठाता है. उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसा कि जिनके घर कमजोर होते हैं, वह दूसरों के घरों को इसी तरह से कमजोरी के रूप में देखते हैं, लेकिन भाजपा विचारधारा के साथ एकजुट है. जनसंघ से लेकर अब तक एक ही लक्ष्य को लेकर काम किया जा रहा है.
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सीएम की बौखलाहट :उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राजस्थान की जनता उनकी चालाकियों को समझती है. इस बार जनता सब बराबर कर देगी. सीएम गहलोत को हार पूरी तरीके से दिखाई दे रही है, इसलिए वह इस तरह की बयान बाजी कर रहे हैं. हार की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है. जो राज्य दुष्कर्म में नंबर वन हो, भ्रष्टाचार में नंबर वन हो, बेरोजगारी में नंबर वन हो, उसे किसी पर दोषारोपण करने का कोई अधिकार नहीं है. शेखावत ने कहा कि जिस पार्टी के पास दुनिया का सबसे लोकप्रिय चेहरा हो, उससे कांग्रेस में डर जायज है.
दूसरों पर दोषारोपण न करें :उन्होंने कहा कि मणिपुर की हिंसा पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए जवाब दिया था. अगर सीएम अशोक गहलोत उसे नहीं देख पाए थे तो उन्हें एक बार अवश्य देखना चाहिए ताकि उनकी जानकारी दुरस्त हो सके. गृहमंत्री ने मणिपुर में अब तक हुई घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया था. गृह राज्यमंत्री 23 दिन तक वहां रहे थे. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार के समय में सैकड़ों दंगे होते रहे, लेकिन गृह मंत्री तो छोड़िए, गृह राज्यमंत्री तक वहां नहीं गए. उस दौरान कांग्रेस ने इस मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा की बात तो दूर, कभी सामान्य स्टेटमेंट भी देने की जरूरत नहीं समझी, इसलिए दूसरों पर दोषारोपण से बेहतर है कि कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके. सीएम गहलोत यह भूल जाते हैं कि अगर कोई एक अंगुली किसी दूसरे की तरफ उठाता है तो तीन अंगुलियां अपनी तरफ उठती हैं.
पीएम की आड़ में अपनी गलती को दबा रहे : पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी सीएम गहलोत पर पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि पीएम की आड़ में अपनी गलती को दबाना सीएम गहलोत की पुरानी आदत है. उनका ये बयान गैर जिम्मेदाराना ही नहीं, अमर्यादित और अशोभनीय भी है. साथ ही नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि जिनके घर शीशे के बने होते हैं, वो दूसरों पर पत्थर फेंका नहीं करते. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आप गरिमामयी पद पर स्वयं आसीन हैं, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बार-बार की जाने वाली अमर्यादित और स्तरहीन बयानबाजी आपको शोभा नहीं देती.