जयपुर. राजधानी के एक मुस्लिम परिवार में बुधवार को ईद के मौके पर एक ऐसा ही नमूना देखने को मिला. जहां एक ही मुस्लिम परिवार में दो हिन्दू मजहब की बहुओं ने ईद के त्योहार को उल्लास के साथ मनाया. हिन्दू धर्म में तीज का त्योहार हो, गणगौर हो या फिर दीवाली सभी त्योहारों को रीति-रिवाजों के साथ सेलिब्रेट करती हैं.
जयपुर का वो मुस्लिम परिवार जिसमें हिन्दू बहुओं ने मनाई ईद - सेवई खीर
हजारों साल से गंगा जमुनी तहजीब में हिंदुस्तान का दिल और दामन इस कदर बढ़ रहा है कि इसमें इस्लाम ही नहीं. दुनिया के हर मजहब के लोग एक दूसरे के त्योहारों को सेलिब्रेट करते आ रहे हैं.
मुस्लिम परिवार की बहू चित्रा और ऋतु दोनों ही ईद से पहले महीने भर रोजे रखती हैं. ईद पर परिवार में सेवई खीर के साथ अलग-अलग पकवान बनाती हैं. ऋतु और अमजद की शादी को 19 साल हो गए. लेकिन ऋतु का कहना है कि कभी भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि वे अपने परिवार से अलग हैं. ऋतु ने बताया कि तीज गणगौर के त्योहार पर वे अपने पीहर जाती हैं तो वहीं दीवाली पर दोनों परिवार मिलकर सेलिब्रेट करते हैं. ईद पर ऋतु के माता-पिता ससुराल में ईद मनाने आते हैं.
ऋतु के पति अमजद हुसैन ने बताया कि दोनों मजब में एकता बनी रहनी चाहिए. साथ ही खुद की सोच को दूसरों पर ना थोपा जाए. तब ही दोनों मजहब में प्रेम बना रहेगा. निशात हुसैन ने बताया कि दोनों बहुओं ने अलग-अलग मजहबों को अच्छे से बांधा हुआ है. ईद के मौके पर बहु ने सेवई, दही पपड़ी और छोले खुद अपने हाथों से तैयार किया है. निशात ने बताया कि उनके परिवार में हिंदुस्तान बसता है. अरशद हुसैन और चित्रा के शादी को 23 साल हो गए. दोनों मिलकर हिन्दू और मुस्लिम त्योहारों को उल्लास के साथ मनाते हैं.