जयपुर.जयपुर पुलिस ने राजधानी में बीते दिनों हुई दो वारदातों का शनिवार को खुलासा किया. इन वारदातों में कोतवाली थाना इलाके में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर 20 लाख की ठगी और जयसिंहपुरा खोर में हुई बैंक लूट की वारदात से पर्दा हटाया गया है. इन दोनों मामलों को लेकर मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने कहा कि दोनों वारदातों में कुल छह आरोपियों को पकड़ा गया है. हालांकि, वारदात में संलिप्त कुछ और आरोपियों की तलाश की जा रही है. वहीं, पुलिस ने ठगी गैंग को शरण देने के आरोप में एक अन्य शख्स को गिरफ्तार किया है.
ठगी की रकम बरामद -एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने कोतवाली थाना इलाके में तीन मई को हुई ठगी की वारदात के बारे में बताते हुए कहा कि इस मामले में एक संयुक्त कार्रवाई में ठगी गिरोह के बदमाशों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. बिश्नोई के मुताबिक हीरानी गैंग के सदस्यों ने 3 मई को चांदपोल इलाके में वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में सीसीटीवी के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा. साथ ही बताया गया कि ये लोग दूसरे शहरों से अलग-अलग समूह में जयपुर आते थे और अपने मकसद में कामयाब होने के बाद लौट जाते थे.
मामले की जांच में जुटी विशेष टीम में एसीपी धर्मेंद्र सागर के सुपरविजन में वारदात के चार आरोपी कासिम, कामरान, नदीम, मज़र को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का दावा है कि वारदात से जुड़े गिरोह के फरार सदस्यों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. वहीं, बताया गया कि ठगी के दौरान लिए गए बीस लाख रुपयों में से 11 लाख बरामद कर लिए गए हैं. जबकि शेष पैसे भी जल्द बरामद किए जाने की बात कही जा रही है. इस वारदात के खुलासे में जयपुर पुलिस ने मध्यप्रदेश क्राइम ब्रांच से भी मदद ली थी.