जयपुर. सुप्रीम कोर्ट की ओर से बजरी खनन और उसके परिवहन पर रोक है इसके बाद भी बजरी माफिया बेख़ौफ होकर बजरी परिवहन में जुटे है.ऐसे में सड़कों पर प्रतिदिन बजरी से भरे सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और डम्फर दौड़ते नजर आते हैं. इसके बाद भी जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठे है और माफिश चांदी कूट रहे हैं. चाकसू इलाके में कुछ महिने पहले तो पुलिस आए दिन बजरी परिवहन पर कार्रवाई करती नजर आती थी. लेकिन अब कार्रवाई थम सी गई है. ऐसे में बजरी परिवहन माफिया के हौसले बुलंद हैं. क्षेत्र में टोंक रोड़ पर बजरी परिवहन रात को सरेआम चलता है.
अवैध बजरी खनन करते बैखोफ दौड़ रहे ट्रक और ट्रैक्टर
सरेआम बैखोफ दौड़ रहे बजरी का अवैध खनन करते ट्रैक्टर और ट्रोली
बजरी परिवहन माफिया के वाहन चाकसू और शिवदासपुरा, कोटखावदा थाने के सामने से रात को बेरोक टोक निकलते है. ऐसे में थाने के सामने से बजरी से भरे वाहनों के गुजरने पर कार्रवाई नहीं होने से लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है. चाकसू के फागी रोड़, निमोडिया गांव और हाईवे-12 बाईपास अन्य रास्तों से बजरी परिवहन कर भरे वाहन गुजरते देखे जा सकते हैं.लेकिन पुलिस और माइनिंग विभाग की इस ओर पूरी तरह अनदेखी देखने को मिल रही है.जिसके चलते बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद नजर आ रहे है और इसी के कारण चाकसू क्षेत्र में बजरी भरे वाहन बेखौफ दौड़ रहे हैं.