जयपुर.सर्दियों मेंजिन लोगों को चर्मरोग से संबंधित बीमारियां होती हैं, यह खबर उनके लिए विशेष है. साथ ही सर्दियों के मौसम में त्वचा के रूखेपन से अगर आप परेशान रहते हैं तो आयुर्वेद में इसके लिए खास इलाज है. इस खबर में आप चिकित्सक द्वारा बताए कुछ घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं.
त्वचा संबंधी रोगों को लेकर आयुर्वेद चिकित्सक श्याम नारायण शर्मा का कहना है कि सर्दियों के मौसम में त्वचा आमतौर पर रूखी हो जाती है. ऐसे में त्वचा संबंधी रोग सबसे अधिक देखने को मिलते हैं. डॉ. श्याम नारायण का कहना है कि त्वचा सर्दियों के मौसम में जब रूखी हो जाती है तो खुजली, दाद और कुष्ठ रोग तक हो सकता है. ऐसे में आयुर्वेद में कई तरह के उपचार त्वचा संबंधी रोगों के लिए बताए गए हैं. उनका कहना है कि कई ऐसी दवाइयां आयुर्वेद में है, जिनके उपयोग से त्वचा के रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है
सोरायसिस बीमारी सबसे अधिक...
आयुर्वेद चिकित्सक श्याम नारायण का कहना है कि आमतौर पर सर्दियों के मौसम में त्वचा की नमी कम हो जाती है और ऐसे में सोरायसिस नाम की बीमारी मरीजों को घेर लेती है. उन्होंने बताया कि सोरायसिस बीमारी के दौरान शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना शुरू हो जाते हैं. इसके अलावा कोहनी, घुटने और शरीर के कुछ हिस्सों पर सबसे अधिक इस बीमारी का असर देखने को मिलता है.
कई बार इस बीमारी के चलते जलन भी मरीज को महसूस होने लगती है. हालांकि इस बीमारी का उपचार आयुर्वेद में बताया गया है. आयुर्वेद चिकित्सक का कहना है कि सही समय पर इलाज कराया जाए तो इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है. सर्दियों के मौसम में त्वचा रूखी पड़ जाती है तो कई बार स्वस्थ मरीजों को घी का अधिक से अधिक सेवन करने को कहा जाता है ताकि त्वचा में नरमी आ सके.