जयपुर. बीते वित्तीय वर्ष में टैक्स जमा करने में फिसड्डी रहा जयपुर नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में यूडी टैक्स, होर्डिंग और मोबाइल टावर से अच्छी वसूली करने में कामयाब रहा है. हालांकि पार्किंग और मैरिज गार्डन से वसूली करने में निगम इस बार भी पीछे ही रहा है.
जयपुर नगर निगम ने पहली तिमाही में पिछले साल से बेहतर की टैक्स वसूली, यहां रह गया पीछे
जयपुर नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में पिछले साल की तुलना में बेहतर वसूली की है. खास तौर से निगम को यूडी टैक्स में फायदा मिला है.
बीते वित्तीय वर्ष में बकायदारों को लुभाने के लिए निगम प्रशासन की ओर से नगरीय विकास कर में छूट दी गई थी. बावजूद इससे टैक्स वसूली में निगम प्रशासन पीछे ही रहा. ऐसे में इस बार नगरीय विकास, होर्डिंग, अर्बन एसेसमेंट, पार्किंग, मैरिज गार्डन और मोबाइल टावर के कर जमा कराने के लिए निगम प्रशासन की ओर से विशेष ऑफर दिए गए. जिसका नतीजा ये निकला कि बीते वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही की तुलना में इस बार नगर निगम ने करीब चार करोड़ रुपए ज्यादा वसूली की है.
खास तौर से निगम को यूडी टैक्स में फायदा मिला है. बीते वर्ष प्रथम तिमाही में जो यूडी टैक्स करीब 12 करोड़ का वसूला गया था, वो इस बार 19 करोड़ से ज्यादा का वसूला गया है. कुछ यही हालात होर्डिंग और मोबाइल टावर की मद में है. हालांकि निगम प्रशासन अभी भी पार्किंग और मैरिज गार्डन से रेवेन्यू वसूलने में पीछे ही है. प्रथम तिमाही के रेवेन्यू वसूली पर रेवेन्यू उपायुक्त नवीन भारद्वाज ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में शुरुआत काफी बेहतर रही है. ऐसे में निगम साल के आखिर तक तय लक्ष्य को जरूर पार करेगा.