जयपुर.लोकसभा चुनाव में आए परिणाम के बाद प्रदेश भाजपा नेतृत्व में बदलाव की संभावनाओं पर अब विराम लग चुका है या फिर कहें कि विधानसभा चुनाव की हार के बाद प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी के पद पर लटकी तलवार अब हट गई है. प्रदेशाध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो चुके हैं. जिसके बाद माना जा रहा है कि अब सैनी का पद सुरक्षित है.
राजस्थान के भाजपा नेतृत्व में बदलाव के कयासों पर लगा विराम...
लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव के कयासों पर विराम लग गया है. वहीं युवा मोर्चा में प्रदेश अध्यक्ष अशोक सैनी को बदला जा सकता है.
सैनी ने अब तक के परफॉर्मेंस के आधार पर कई नेताओं का लेखा-जोखा भी तैयार कर लिया है. लोकसभा चुनाव से फ्री होने के बाद अब माना जा रहा है कि प्रदेश संगठन टीम में विस्तार होगा. खासतौर पर मोर्चा अध्यक्षों से शुरुआत होना माना जा रहा है कि प्रदेश किसान मोर्चा में अब नया प्रदेश अध्यक्ष बनेगा. मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कैलाश चौधरी अब मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो चुके हैं. वहीं युवा मोर्चा में प्रदेश अध्यक्ष अशोक सैनी को बदला जा सकता है. सैनिक को संगठन में ही प्रमोशन देकर मुख्य टीम में लिया जा सकता है.
वहीं प्रदेश संगठन में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है, जिनमें कई मौजूदा और पूर्व विधायकों के नाम भी शामिल होने की पूरी संभावना है. हालांकि इस पूरी एक्सरसाइज में कम से कम 15 दिन का समय और लगने की संभावना है उसके बाद टीम के विस्तार की प्रक्रिया शुरू होगी.