जयपुर. प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले परिवहन विभाग इस बार खुद ही अपना राजस्व पूरा करने में पीछे रह गया. 31 जनवरी 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक विभाग ने 89 फीसदी ही राजस्व की वसूली कर पाया.बता दें किपरिवहन विभाग को 5000 करोड़ रुपयेका राजस्व लक्ष्य हासिल करना था. लेकिन, विभाग द्वारा यह लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका. इसी कड़ी में विभाग को जयपुर में 1021 करोड़ का राजस्व लक्ष्य करना था लेकिन, विभाग द्वारा 923 करोड़ रुपयेही जुटाए जा सके.
प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभाग खुद ही नहीं कर पाया राजस्व वसूली - Jaipur
प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले परिवहन विभाग इस बार खुद ही अपना राजस्व पूरा करने में पीछे रह गया. 31 जनवरी 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक विभाग ने 89 फीसदी ही राजस्व की वसूली कर पाया.
दरअसल, 31 जनवरी तक की रिपोर्ट कि बात की जाए तो विभाग 89 फीसदी की वसूली पर अटक गया था. हालांकि, अंतिम समय तक विभाग 92 फीसदी तक पहुंच गया है. परिवहन विभाग को 5000 करोड़ का टारगेट दिया था. लेकिन, इसके विपरीत विभाग ने कुल 4576 करोड़ का ही टारगेट वसूल कर सका है. वहीं राजस्व लक्ष्य पूरा नहीं करने के बावजूद अंतिम 2 महीने में आए परिवहन आयुक्त राजेश यादव के प्रयासों की भी सराहना की जा रही है.
वहीं, बात की जाए जयपुर में विभाग को 1021 करोड़ का टारगेट दिया गया था. लेकिन, जयपुर में विभाग के द्वारा यह टारगेट भी पूरा नहीं किया जा सका. ऐसे में विभाग ने जयपुर में कुल 923 करोड़ के आसपास ही राजस्व जुटा सका है. ऐसे में विभाग के द्वारा राजस्व पूरा नहीं करने के बाद भी जयपुर RTO राजेन्द्र वर्मा के प्रयासों के भी काफी सराहना की जा रही है. हालांकि, अभी फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है.