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BTech के बाद 10 साल जॉब और फिर रोहित गोदारा गैंग का 'नेटवर्क इंजीनियर' बना शिवराज

कुख्यात रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय बदमाश शिवराज सिंह तोलियासर से पुलिस पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. कंप्यूटर साइंस से बीटेक शिवराज सिंह ने 10 साल तक तीन कंपनियों में जॉब की. इसके बाद वो अपराध की दुनिया (Criminal Shivraj revealed secrets) में आ गया.

Criminal Shivraj revealed secrets
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Published : May 10, 2023, 5:33 PM IST

जयपुर.रोहित गोदारा गैंग से जुड़े सक्रिय बदमाश शिवराज सिंह तोलियासर को गिरफ्तार कर पुलिस ने पूछताछ की तो कई अहम जानकारियां पुलिस के हाथ लगी है. कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के बाद शिवराज ने तीन कंपनियों में करीब 10 साल तक जॉब की. इस दौरान वो रोहित गोदारा और उसकी गैंग से जुड़े अन्य बदमाशों से मिलता-जुलता रहता था. फिर आखिरकार वह रोहित गोदारा की गैंग का सक्रिय बदमाश बन गया. रोहित गोदारा और उसकी गैंग के बदमाश जिस नेटवर्क का इस्तेमाल आपस में बात कर वारदात को अंजाम देते हैं और वारदात की साजिश रचते हैं. वह नेटवर्क शिवराज सिंह ने ही तैयार किया है. इस तरह से बीटेकधारी नौजवान कुख्यात गैंग का 'नेटवर्क इंजीनियर' बन गया.

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि शिवराज सिंह ने साल 2007 में झुंझुनू अकेडमी से 12वीं पास करने के बाद 2012 में बीकानेर के मरूधर इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया. इसके बाद 2012 से 2015 तक देशभर में ऑनलाइन एग्जाम करवाने वाली कंपनी टीसीएस में काम किया. इसके बाद 2017 तक राजस्थान में सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा करवाने वाली डीआईपीएल कंपनी में काम किया. साल 2017 से 2022 तक उसने एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक में आईटी एक्सीक्यूटिव के तौर पर काम किया. वह बैंक कि टेक्नीकल और वेबसाइट सिक्योरिटी का काम देखता था.

इसे भी पढ़ें - रोहित गोदारा की गैंग के लिए कम्युनिकेशन नेटवर्क बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार

कॉलेज के समय से गहरे दोस्त हैं शिवराज और रोहित - पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि शिवराज और रोहित गोदारा कॉलेज के समय से ही गहरे दोस्त थे. 2017 से 2022 के बीच शिवराज जयपुर के हनुमान नगर विस्तार में फ्लैट किराए पर लेकर रहता था. इस दौरान रोहित गोदारा और उसकी गैंग के बदमाश वहां आते-जाते थे और रुकते थे. सितंबर 2022 के बाद वह रोहित गोदारा की गैंग के लिए कम्युनिकेशन नेटवर्क बनाने का काम करने लगा. उसने वारदातों के लिए हथियार मुहैया करवाने और शूटर्स के ठहरने की व्यवस्था भी करवाई. वारदातों को अंजाम देने की प्लानिंग में भी वह शामिल रहा.

शूटर्स को हथियार मुहैया करवाए और जयपुर में रुकवाया - पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि व्यापारी हरजेश नाराणिया ने रोहित गोदारा को पांच करोड़ रुपए की फिरौती नहीं दी तो उसने उन पर फायरिंग के लिए दो शूटर्स भेजे थे. इन्हें अपने दोस्त युद्धवीर सिंह के मार्फत जयपुर के मानसरोवर इलाके में रुकवाया था और युद्धवीर तक हथियार भी पहुंचाए. जो युद्धवीर ने दोनों शूटर्स को दिए. हालांकि, पुलिस की सख्ती के कारण शूटर्स फायरिंग की वारदात को अंजाम नहीं दे पाए और बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया.

राजू ठेहट मर्डर के आरोपी की भी मिली जानकारी - शिवराज सिंह तोलियासर से पूछताछ में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की वारदात में शामिल एक बदमाश अमरजीत विश्नोई को लेकर भी जानकारी मिली है. उसने पुलिस को बताया कि अमरजीत विश्नोई इस मामले में नाम आने के बाद विदेश भाग गया है. राजू ठेहट हत्याकांड मामले को लेकर पुलिस ने बीते दिनों जिन 10 बदमाशों पर 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया था, उनमें अमरजीत विश्नोई भी शामिल है.

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