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नई माता मंदिर में शीतलाष्टमी का मेला, दूर-दराज से दर्शन करने पहुंचे भक्त

राजधानी जयपुर में आज शीतलाष्टमी यानी बास्योड़ा का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है. माता के मंदिरों में शीतला अष्टमी की विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है. आमेर स्थित नई माता मंदिर में दूर-दराज से भक्त धोक लगाने के लिए पहुंचे.

Sheetala Ashtami Celebration in Jaipur
Sheetala Ashtami Celebration in Jaipur

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Published : Mar 15, 2023, 2:00 PM IST

जयपुर. नई माता मंदिर में शीतलाष्टमी का मेला लगा है, जहां माता का दर्शन करने दूर-दराज से पहुंचे भक्त हैं. वहीं, महिलाओं ने माता के गीत गाकर ठंडे पकवानों का भोग लगाया. वहीं, बुधवार शाम को नई माता मंदिर में मेला भरेगा. माता के मंदिर मे विशेष सजावट की गई है. बुधवार सुबह से ही नई माता मंदिर मे भक्तों का तांता लगा हुआ है. भक्त माता के दरबार में ठंडे पकवानों का भोग लगाकर सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं.

शीतलाष्टमी के एक दिन पहले घर-घर में पकवान बनाए जाते हैं. आज शीतलाष्टमी के दिन सभी ठंडे पकवानों का माता के भोग लगाया जा रहा है. दूर-दूर से महिलाएं माताजी के जयकारे लगाती हुई दरबार में पहुंचीं. शीतला माता के पुरी, राबड़ी, दूध, दही, पापड़ी, पेठा, हलवा, मुगथाल, नमकीन, सहित अनेक पकवानों का भोग लगाया. भक्त अपने परिवार की खुशहाली की दुआ मांगने के लिए माता के दरबार पहुंचे. माता के मंदिर में मेले के आयोजन को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. पुलिस के जवानों के साथ होमगार्ड के जवानों को भी तैनात किया गया है.

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माता मंदिर के पास दिल्ली हाईवे पर यातायात व्यवस्थाओं के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि राहगीरों को भी किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. बैरिकेट्स लगाकर यातायात को व्यवस्थित किया गया है. नई माता मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की मान्यता है कि जो भी बच्चा जन्म लेता है उसको माता रानी के लाने से चेचक का रोग नहीं होता है और अगर किसी के चेचक हो जाता है, तो माता रानी की शरण में यह रोग हमेशा के लिए मिट जाता है.

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