जयपुर.राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने पॉइंट ऑफ आर्डर (ध्यानाकर्षण) के माध्यम से सिरोही मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल से एक 28 दिन के बच्चे को डॉग द्वारा मारने पर सवाल उठाते हुए पीड़ित परिवार को 10 लाख का मुआवजा और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग उठाई. इस पर मंत्री शांति धारीवाल नाराज हो गए. इस पर लोढ़ा ने नाराजगी जताते हुए धारीवाल को कहा कि खुद का बच्चा जाता, तो पता चलता. दूसरे का है, इसलिए आपको बातें आ रही हैं.
इससे पहले संयम लोढ़ा ने कहा कि पाली जिले के जवाई बांध निवासी महेंद्र कुमार कल सिलिकोसिस वार्ड में भर्ती हुआ. उसकी पत्नी और तीन बच्चे उसके साथ थे. जिसमें सबसे छोटा बच्चा 28 दिन का था. रात को मां 12 बजे दूध पिला कर सो गई और कोई पेशेंट वार्ड का गेट खुला छोड़ कर चला गया. इस बीच बच्चे को डॉग उठाकर ले गया. जब मां उठी तो उसने देखा कि बच्चा नहीं है. उसने शोर किया और लोगों को इकट्ठा किया. उसके बाद बाहर जाकर देखा तो तब तक डॉग उस 28 दिन के बच्चे की गर्दन को अलग कर चुका था.
यह हृदय विदारक घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है. इसके लिए जो भी अधिकारी जिम्मेदार हैं, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित उसकी मां को सरकारी नौकरी और 10 लाख का मुआवजा दें. इस पर राजेंद्र राठौड़ ने भी संयम लोढ़ा का समर्थन करते हुए परिवार के लिए 10 लाख मुआवजे की मांग की. उन्होंने कहा कि राइट टू हेल्थ की बात करने वाली सरकार को इस मामले को देखना चाहिए. यहां तक सब ठीक था, लेकिन सदन में यह मामला उठाने पर मंत्री शांति धारीवाल नाराज हो गए.