जयपुर.राजधानी केसिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों का सामान चोरी और जेब कटने की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं. ऐसे में चोरी की घटनाओं से परेशान यात्री बस स्टैंड के मुख्य प्रबंधक और ड्यूटी ऑफिसर को शिकायतें भी दर्ज करवाते हैं. बस स्टैंड की सीमा पर बना सिंधी कैंप पुलिस थाना भी इन चोरी की घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है.
इस बस स्टैंड पर बनी नई बिल्डिंग में करीब 56 कैमरे लगाए गए हैं जिसका अभी तक उद्घाटन नहीं हुआ और कैमरों का उपयोग शुरू नहीं किया गया. वहीं पुरानी बिल्डिंग जहां पर यात्रियों का आवागमन रहता है उस जगह पर करीब एक दर्जन से ज्यादा कैमरे लगे हुए हैं जिनमें अधिकतर कैमरे खराब हालात में पड़े हैं. कई बार बस स्टैंड पर यात्रियों के सामान चोरी की घटनाएं होती है तो यात्री अपनी शिकायत लेकर बस स्टैंड प्रशासन के पास पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज देखने की बात कहते हैं. खराब कैमरों की कमी को छुपाते हुए यात्रियों को सिंधी कैंप थाने में भेजा जाता है यहां भी शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं होती है.
रोडवेज को भी राजस्व का घाटा...
सिंधी कैंप थाना पुलिस के मुताबिक बस स्टैंड पर होने वाली घटनाओं के संबंध में वर्ष 2019 में चोरी के करीब 14 मामले दर्ज हुए थे. वहीं वर्ष 2020 में अब तक पांच मामले दर्ज हुए हैं. लेकिन मामलों में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होती नजर आ रही है. लॉकडाउन के बाद यात्री भार बढ़ने से यात्री चोरी की घटनाओं से बचने के लिए सिंधी कैंप बस स्टैंड पर जाने से भी डर रहे हैं. महंगे दामों पर निजी बसों में यात्रा करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं जिसके कारण रोडवेज को भी राजस्व का घाटा हो रहा है. सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों के आवागमन को देखते हुए तैनात किए गए सुरक्षा गार्डो की संख्या पर्याप्त नहीं है. जिनकी वजह से यात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है.
पुलिस यहां सादी वर्दी में 24 घंटे तैनात रहती हैं...
बस स्टैंड के चीफ मैनेजर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि सिंधी कैंप सबसे व्यस्ततम सेंट्रल बस स्टैंड है. सिंधी कैंप बस स्टैंड पर सुरक्षा की दृष्टि से दो दर्जन से ज्यादा सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं. यात्रियों की सहायता के लिए 24 घंटे अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी ऑफिसर तैनात रहते हैं यहां एक पुलिस थाना भी है. पुलिस की ओर से भी बस स्टैंड पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुलिस यहां सादी वर्दी में 24 घंटे तैनात रहती हैं. बस स्टैंड पर बने नए भवन में करीब 54 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बस स्टैंड की पुरानी बिल्डिंग में एक दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. पुराने कैमरे काफी पुरानी तकनीक के हो चुके हैं जिनको बदलने के लिए प्रस्ताव रोडवेज मुख्यालय भेजा गया है.
ड्यूटी ऑफिसर अनुभवी लोगों को लगाया जाता है ताकि यात्रियों की सहायता में आसानी हो. अब तक यहां चोरी की सैकड़ों वारदातें हो चुकी हैं. यहां ड्यूटी ऑफिसर देवकरण चौधरी ने बताया कि सिंधी कैंप बस स्टैंड पर कई बार यात्रियों के बैग चोरी होना और जेब कटने जैसी वारदातें हो जाती है. ऐसे में रोडवेज प्रशासन सिंधी कैंप पुलिस थाने से सहयोग लेकर यात्रियों को सहायता पहुंचाते हैं.