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Special : जयपुर के केंद्रीय सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों की सुरक्षा 'भगवान' भरोसे...शातिर बेलगाम - thieves Passengers stolen

राजधानी जयपुर का सिंधी कैंप बस स्टैंड राजस्थान का सबसे बड़ा केंद्रीय बस स्टैंड है. यहां हर दिन 30 से 40 हजार यात्री बसों में सफर करने के लिए पहुंचते हैं. इस बस स्टैंड पर यात्रियों का सामान चोरी और जेब कटने की घटनाएं कम नहीं हो रहीं. आखिर क्यों पुलिस भी इन शातिरों पर लगाम नहीं लगा पा रही है. ईटीवी भारत ग्राउंड पर पहुंच कर हकीकत जानने की कोशिश की. देखिये ये रिपोर्ट...

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जयपुर के केंद्रीय सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे

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Published : Dec 3, 2020, 9:17 PM IST

जयपुर.राजधानी केसिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों का सामान चोरी और जेब कटने की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं. ऐसे में चोरी की घटनाओं से परेशान यात्री बस स्टैंड के मुख्य प्रबंधक और ड्यूटी ऑफिसर को शिकायतें भी दर्ज करवाते हैं. बस स्टैंड की सीमा पर बना सिंधी कैंप पुलिस थाना भी इन चोरी की घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है.

जयपुर के केंद्रीय सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे

इस बस स्टैंड पर बनी नई बिल्डिंग में करीब 56 कैमरे लगाए गए हैं जिसका अभी तक उद्घाटन नहीं हुआ और कैमरों का उपयोग शुरू नहीं किया गया. वहीं पुरानी बिल्डिंग जहां पर यात्रियों का आवागमन रहता है उस जगह पर करीब एक दर्जन से ज्यादा कैमरे लगे हुए हैं जिनमें अधिकतर कैमरे खराब हालात में पड़े हैं. कई बार बस स्टैंड पर यात्रियों के सामान चोरी की घटनाएं होती है तो यात्री अपनी शिकायत लेकर बस स्टैंड प्रशासन के पास पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज देखने की बात कहते हैं. खराब कैमरों की कमी को छुपाते हुए यात्रियों को सिंधी कैंप थाने में भेजा जाता है यहां भी शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं होती है.

रोडवेज को भी राजस्व का घाटा...

सिंधी कैंप थाना पुलिस के मुताबिक बस स्टैंड पर होने वाली घटनाओं के संबंध में वर्ष 2019 में चोरी के करीब 14 मामले दर्ज हुए थे. वहीं वर्ष 2020 में अब तक पांच मामले दर्ज हुए हैं. लेकिन मामलों में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होती नजर आ रही है. लॉकडाउन के बाद यात्री भार बढ़ने से यात्री चोरी की घटनाओं से बचने के लिए सिंधी कैंप बस स्टैंड पर जाने से भी डर रहे हैं. महंगे दामों पर निजी बसों में यात्रा करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं जिसके कारण रोडवेज को भी राजस्व का घाटा हो रहा है. सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों के आवागमन को देखते हुए तैनात किए गए सुरक्षा गार्डो की संख्या पर्याप्त नहीं है. जिनकी वजह से यात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है.

जयपुर का केंद्रीय सिंधी कैंप बस स्टैंड

पुलिस यहां सादी वर्दी में 24 घंटे तैनात रहती हैं...

बस स्टैंड के चीफ मैनेजर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि सिंधी कैंप सबसे व्यस्ततम सेंट्रल बस स्टैंड है. सिंधी कैंप बस स्टैंड पर सुरक्षा की दृष्टि से दो दर्जन से ज्यादा सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं. यात्रियों की सहायता के लिए 24 घंटे अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी ऑफिसर तैनात रहते हैं यहां एक पुलिस थाना भी है. पुलिस की ओर से भी बस स्टैंड पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुलिस यहां सादी वर्दी में 24 घंटे तैनात रहती हैं. बस स्टैंड पर बने नए भवन में करीब 54 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बस स्टैंड की पुरानी बिल्डिंग में एक दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. पुराने कैमरे काफी पुरानी तकनीक के हो चुके हैं जिनको बदलने के लिए प्रस्ताव रोडवेज मुख्यालय भेजा गया है.

ड्यूटी ऑफिसर अनुभवी लोगों को लगाया जाता है ताकि यात्रियों की सहायता में आसानी हो. अब तक यहां चोरी की सैकड़ों वारदातें हो चुकी हैं. यहां ड्यूटी ऑफिसर देवकरण चौधरी ने बताया कि सिंधी कैंप बस स्टैंड पर कई बार यात्रियों के बैग चोरी होना और जेब कटने जैसी वारदातें हो जाती है. ऐसे में रोडवेज प्रशासन सिंधी कैंप पुलिस थाने से सहयोग लेकर यात्रियों को सहायता पहुंचाते हैं.

केंद्रीय सिंधी कैंप बस स्टैंड पर टिकट लेते हुए यात्री

पुलिस की गश्त बढ़ाने की भी आवश्यकता है यहां पर. रोडवेज के कर्मचारी भी संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखते हैं ताकि वारदातों पर अंकुश लग सकें. कई बार संदिग्ध व्यक्ति पकड़ में आ जाता है तो उसको पुलिस के हवाले कर दिया जाता है. जब किसी यात्री के साथ कोई वारदात हो जाती है तो रोडवेज प्रशासन उसकी सहायता करता है, थाने ले जाकर उसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई जाती है. 24 घंटे ड्यूटी ऑफिसर भी यात्रियों की सहायता के लिए तैनात रहते हैं.

क्या कहते हैं सिंधी कैंप थाना के धानाअधिकारी...

वहीं सिंधी कैंप थाना अधिकारी जुल्फीकार अली ने बताया कि सिंधी कैंप बस स्टैंड पर पहले की बजाए अब वारदातों में कमी आई है. लोक डाउन के बाद सिंधी कैंप बस स्टैंड पर इक्की दुक्की सामान चोरी की शिकायतें सामने आई है. बस स्टैंड पर नियमित रूप से पुलिस के जवान तैनात रहते हैं. पुलिस के जवानों के साथ ही होमगार्ड के जवान भी तैनात रहते हैं. इसके साथ ही जिंदगी में बस स्टैंड पर जितने भी दुकानें और स्टाल हैं उन सभी में काम करने वाले लोगों का डाटा भी तैयार किया हुआ है ताकि कोई नया व्यक्ति आए तो उसकी जानकारी मिल जाए.

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बस स्टैंड पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने बताया कि गेट पर ड्यूटी रहती है, इस दौरान संदिग्ध लोगों पर विशेष निगरानी रखी जाती है और कोई भी गलत या संदिग्ध गतिविधि लगने पर त्वरित एक्शन लिया जाता है. बस स्टैंड पर घूम कर संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाती है ताकि यात्रियों के साथ कोई चोरी की वारदात ना हो. बस स्टैंड पर आने वाले यात्रियों को कोरोना गाइडलाइन की पालना भी करवाई जाती है. मास्क का विशेष ध्यान रखा जाता है.

केंद्रीय सिंधी कैंप बस स्टैंड

क्या कहते हैं यहां आने वाले यात्री...

यात्रियों की मानें तो सिंधी कैंप बस स्टैंड पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई इंतजाम नजर नहीं आते हैं. केंद्रीय बस स्टैंड होने के नाते यहां पर सुरक्षा व्यवस्थाएं पुख्ता नहीं है जिनकी वजह से यात्रियों के साथ चोरी की वारदातें हो जाती है. यहां सीसीटीवी कैमरे भी अधिकतर खराब है. यात्रियों का कहना है कि रोडवेज प्रशासन को यात्रियों की सुरक्षा गंभीरता से लेनी चाहिए. बस स्टैंड पर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाने चाहिए साथ ही CCTV कैमरों का रख रखाव किया जाए तो यहां पर चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकती है.

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