जयपुर. मानसून शुरू हो चुका है लेकिन प्रदेश के 65 हजार सरकारी स्कूलों में कई स्कूल ऐसे है. जिनकी हालत बद से बदतर हो चुकी हैं. कई स्कूलों की दीवारे जर्जर हालत में है तो कईयों की कक्षाएं बारिश में बैठने की लायक भी नहीं है. हाल ही में जयपुर में खुले महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल की हालत भी बहुत खराब है. जिसको ईटीवी भारत में प्रमुखता से उठाया था.
सरकारी स्कूलों हाल खस्ता...कभी भी हो सकता है हादसा...डर के साएं में पढ़ने को मजबूर विद्यार्थी - etv bharat
मानसून शुरु हो चुका है और प्रदेश के कई स्कूलों के हालत बेहद खराब है.कक्षाएं जर्जर हो चुकी है, बैठने की भी उचित वयव्स्था नहीं है . ऐसे में बारिश के मौसम में दीवारों के गिरने का भी खतरा बना रहता है. विद्यार्थी इन जर्जर कक्षाओं में डर के साएं में पढ़ने को मजबूर हैं.
जिसके बाद स्कूलों की जर्जर हालात पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से स्कूल की कक्षाओं की मरम्मत करवाने की जरूरत है. राज्य सरकार उन सभी स्कूलों के लिए केंद्र से 60:40 के रेश्यो का बजट लेकर कक्षाओं की मरम्मत करवाएगी साथ ही जरूरत पड़ी तो नई कक्षाएं भी बनवाई जाएंगी.
डोटासरा ने कहा कि मोदी सरकार और प्रदेश में पूर्व बीजेपी सरकार स्वछता की बात तो करती आई है. लेकिन उनके समय के 24 हजार से ज्यादा कक्षाओं की सफाई बीजेपी सरकार नहीं करवा पाई थी, जिससे बच्चों को कक्षा के बाहर पेड़ के नीचे बैठना पड़ता है. लेकिन उन सभी 24 हजार कक्षा को वर्तमान सरकार व्यवस्थित करेगी साथ ही जरूरत पड़ी तो नई कक्षाओं का निर्माण भी करवाया जाएगा.