दत्तात्रेय होसबोले के समर्थन में सतीश पूनिया, सुनिए क्या कहा जयपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने गौ-मांस खाने वालों की घर वापसी का बयान देकर एक बहस छेड़ दी. होसबोले ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी हिन्दू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिन्दू थे. हालांकि उनकी पूजा पद्धति अलग हो सकती है, लेकिन उन सभी का डीएनए एक है. ऐसा भी नहीं कि इन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा. होसबोले के इस बयान का समर्थन करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, हम सब भारत माता के पुत्र हैं, वेद पुराणों में भी लिखा है ओर ये ऐतिहासिक सत्य है.
हम सब भारत माता के पुत्र: सतीश पूनिया ने कहा कि सीधी सी बात है कि भारत में जन्म हुई, भारत की खाते और गाते हैं व भारत के नागरिक हैं. उनकी पहचान किसी भी कुल गोत्र धर्म के आधार पर हो सकती है, लेकिन वो भारत के नागरिक हैं. पूनिया ने कहा, जितने भी राष्ट्रवादी और वैचारिक संगठन हैं उनका यह मानना है कि हम सब भारत माता के पुत्र हैं. ये वेद पुराणों में भी लिखा है. यह एक ऐतिहासिक सत्य है.
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होसबोले ने क्या कहा था जानिए: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने बुधवार को जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में कहा था कि भारत हिन्दू राष्ट्र है, क्योंकि इस देश को बनाने वाले भी हिन्दू हैं. कुछ लोग कहते हैं कि वेद पुराण में हिन्दू नहीं है, लेकिन वेद पुराण में ऐसा भी नहीं कि इन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा. सत्य और उपयोगी बातों को स्वीकार करना चाहिए.
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होसबोले ने आगे कहा था कि संघ न तो दक्षिणपंथी है और न ही वामपंथी है, बल्कि वह राष्ट्रवादी हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म छोड़कर जो दूसरे धर्मों में गए हैं, उनके लिए हम अपने दरवाजे बंद नहीं कर सकते. ऐसे लोगों की भी घर वापसी कराई जा सकती है. भारत विरोधी ताकतें उन्हें हिंदू धर्म में आने नहीं देती. मगर संघ चाहता है कि मतांतरित लोग हिन्दू धर्म मे लौटें.
4 साल से लोग असुरक्षित: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, प्रदेश में आए दिन गैंगवार की घटनाएं बढ़ रही हैं. जयपुर में पिछले दिनों खुलेआम गोलियां चली. कल मुख्यमंत्री के गृह जिले में गोलियां चली. ये घटनाएं बता रही है कि गहलोत सरकार के 4 साल के शासन में लोग असुरक्षित माहौल में जीने को मजबूर हैं. गैंगवार की घटनाएं बढ़ती घटनाओं के बीच आम आदमी आज न घर में सुरक्षित और न ही बाहर सुरक्षित है.
पूनिया ने कहा कि पूरे प्रदेश में जंगलराज का है. राजस्थान प्रदेश शांतिपूर्ण प्रदेश कहा जाता था, लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत चार साल केवल अपनी कुर्सी बचाने में ही व्यस्त रहें, जिसके चलते राजस्थान में कानून व्यवस्था लचर हो गई. अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर हम सरकार से सदन में चर्चा कराने की मांग करेंगे. पूनिया ने कहा कि जिस तरह से कानून व्यवस्था के हालात है, उससे निवेश भी पिछड़ने लगा है.