जयपुर. राजस्थान में आज से महंगाई बचत राहत कैंप लगने जा रहे हैं. पूरे प्रदेश में 2700 कैंपों के जरिए सरकारी की 10 योजनाओं से जनता को जोड़ने के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद जयपुर के महापुरा में इस कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे. इधर, प्रदेश सरकार ने 11283 पंचायतों में प्रशासन गांव के संग अभियान और 7500 नगरीय वालों में प्रशासन शहरों के संग अभियान के साथ दो दिवसीय कैंप भी घोषित किए हैं. उधर सरपंच अपनी मांगों को लेकर आंदोलित है और उनका आंदोलन आज कैंप स्थल पर तक पहुंचेगा.
इस बीच सीएम अशोक गहलोत ने रविवार देर रात राजस्व कर्मचारियों से वार्ता कर उन्हें समझा दिया. सीएम से बातचीत के बाद राजस्व कर्मचारी आज से काम पर लौट आएंगे, लेकिन सरपंच अपनी मांगों पर अड़िग हैं और वह आज से लगने वाले महंगाई राहत कैंपों का बहिष्कार करेंगे. आज से सरपंचों के आंदोलन का पांचवां चरण शुरू होगा, जिसमें सरपंच सभी पंचायत समिति मुख्यालय और उपखंड कार्यालयों पर सुबह 10 बजे से धरना देंगे.
बता दें कि सरपंचों की राज्य सरकार के साथ अब तक हुई दो दौर की वार्ता असफल रही है. सरपंचों की ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग एवं वित्त विभाग के साथ दो दौर की वार्ता विफल रही, जिसमें सरपंच राज्य और केंद्र सरकार की बकाया राशि को तुरंत पंचायतों के खाते में डलवाना चाहते हैं, जबकि राज्य सरकार इसे चार-पांच महीने में देना चाहती है इसके अलावा भी सरपंच संघ की 11 मांगें हैं जिन्हें लेकर वह आंदोलनरत है.
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वहीं, महापुरा सरपंच को पुलिस थाने ले गई. इसकी खबर मिलते ही सरपंच संघ भांकरोटा थाने पहुंचा. देर रात विधायक गंगा देवी और सांसद रामचरण बोहरा ने सरपंच संघ और प्रशासन के बीच वार्ता करवाई, जिसके बाद सरपंच हनुमान प्रसाद को छोड़ दिया गया, लेकिन सरपंच संघ अपनी मांगों पर कायम है और आज वह महंगाई राहत कैंप का विरोध करेंगे. दरअसल, महापुरा में आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को महंगाई बचत राहत कैंप की शुरुआत करनी है. ऐसे में सरपंचों के विरोध प्रदर्शन की आशंका के चलते महापुरा के सरपंच हनुमान सहाय चौधरी को पुलिस थाने पर ले गई थी.