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जयपुर के कनोता में शख्स ने की खुदकुशी, किरोड़ी मीणा ने रफीक खान पर लगाए गंभीर आरोप

जयपुर के बस्सी से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां एक शख्स ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में समुदाय विशेष के बड़े नेता पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. यहां जानिए पूरा मामला...

Suicide Case in Bassi
संजय पांडेय खुदकुशी मामला

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Published : Apr 20, 2023, 10:34 PM IST

Updated : Apr 20, 2023, 11:35 PM IST

सांसद किरोड़ी लाल मीणा.

बस्सी (जयपुर). कानोता थाना इलाके के विजयपुरा पुरानी चुंगी निवासी 49 वर्षीय संजय पांडे पुत्र रामबाबू पांडे ने खुदकुशी कर ली थी. यह मामला अब तूल पकड़ने लगा है. कानोता थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि संजय पांडे की पत्नी ने मामला दर्ज करवाया है. सुसाइड मामले में दो ऑडियो मिले हैं. पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट चुकी हैं. वहीं, सांसद किरोड़ी मीणा ने मुख्यमंत्री से एक परिजन को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग की है. वहीं, इस मामले में राज्यसभा सांसद डॉ. किरोडी लाल मीणा ने विधायक रफीक खान पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

दरअसल, संजय पांडेय नामक एक शख्स ने मुर्गी फार्म आगरा रोड स्थित एक ट्रांसपोर्ट कम्पनी के मालिक पर उसको प्रताड़ित करने और उसकी तनख्वा की रा​शि नहीं देने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली. घटना से संबंधित एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें मृतक ने ट्रांसपोर्ट कम्पनी के मालिक पर एक समुदाय विशेष के बड़े नेता की सह पर उसको परेशान करने का आरोप लगाया है.

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मृतक ने वायरल ऑडियो में ट्रांसपोर्ट कम्पनी की आड़ में अवैध काम करने का भी आरोप लगाया है. इधर मृतक के बेटे रूद्राक्ष पांडे ने भी मुर्गी फार्म पर संचालित अजंता ट्रांसपोर्ट कम्पनी के मालिक शब्बीर आरोप लगाया है कि उसके पिता आरोपी की ट्रांसपोर्ट कम्पनी में काफी समय से काम करते थे. वह उसको काफी समय से वेतन नहीं दे रहा था. जब वह पैसे मांगता था तो वह उसको धमकाता था. परेशान होकर उसके पिता ने 19 अप्रैल को आत्महत्या कर ली. वहीं, उसका शव एसएमएस की मोर्चरी में रखा हुआ है. कानोता थाना प्रभारी मुकेश कुमार पूरे मामले कि जांच कर रहे हैं.

बीजेपी नेता पहुंचे मृतक के घर : वहीं, गुरुवार को मृतक के घर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, सांसद रामचरण बोहरा, जिला अध्यक्ष राघव शर्मा, अशोक परनामी और मोर्चा अध्यक्ष हिमांशु शर्मा पहुंचे और पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए किरोड़ी मीणा ने मुख्यमंत्री से एक परिजन को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने मांग की. इस घटना को लेकर एहतियात के तौर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानोता थाना प्रभारी मुकेश कुमार सहित पुलिस जाब्ता तैनात है.

सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने रफीक खान पर लगाए आरोपः राज्यसभा सांसद डॉ. किरोडी लाल मीणा ने कहा कि कानोता थाना इलाके में भी एक व्यक्ति ने विधायक रफीक खान से परेशान होकर सुसाइड कर लिया है. मृतक की डेड बॉडी पड़ी हुई है, मृतक ने मरने से पहले एक ऑडियो बनाया था, जिसमें विधायक रफीक खान और उसके कार्यकर्ताओं से परेशान होने की बात कही थी. किरोडी लाल मीणा ने कहा कि कानून व्यवस्था विधायकों के हाथ में आ गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि एमएलए अपने विधानसभा क्षेत्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं. आरोप है कि भू माफिया, शराब माफिया और गुंडों से मिल गए हैं. समाज के साथ अन्याय और अत्याचार कर रहे हैं, जिसकी वजह से इस तरह की स्थिति बन रही है. गरीब व्यक्ति मौत को गले लगा रहा है, विधायक रफीक खान और उसके कार्यकर्ताओं से परेशान होकर गरीब ब्राह्मण ने आत्महत्या कर ली है. मरने से पहले व्यक्ति कह कर गया है कि मैं गरीब ब्राह्मण हूं, मेरी तनख्वा नहीं दी गई. एक डेड बॉडी चांदी की टकसाल पर पड़ी है, तो वहीं दूसरी डेड बॉडी कांड तो इलाके में पड़ी है। सत्ता दल के विधायकों की गुंडागर्दी में परिभाषित करूंगा.

अपराधियों को गिरफ्तार करने और आर्थिक पैकेज देने की मांगः किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि अभी तक पुलिस ने नक्शा मौका भी नहीं बनाया है. न ही बयान लिए हैं. हमने स्थान को सील करने के लिए कहा है. साथ ही परिजनों के बयान लेने के लिए भी कहा है. जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे. पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने की मांग की गई है. साथ ही अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई है. आर्थिक पैकेज देने की भी परिजनों ने मांग की है.

विधायकों की मनमानी चल रही है, मुख्यमंत्री गंभीरता से लेःकिरोडी लाल मीणा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है. विधायक की शह पर कई बजरी माफिया और भू माफिया सक्रिय हैं. विधायक माफियाओं से मिले हुए हैं, लोग भयभीत हैं. लोग तनाव और डिप्रेशन से मजबूर होकर आत्महत्या कर रहे हैं. मुख्यमंत्री को गंभीरता से इस तरह की प्रवृत्ति को रोकना चाहिए, जिस तरह से विधायकों और सत्ताधारी नेताओं की मनमानी चल रही है. उसे प्रतिबंधित करना चाहिए, अगर यह बड़े पैमाने पर चालू हो गया, तो प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति भी बिगड़ सकती है.

Last Updated : Apr 20, 2023, 11:35 PM IST

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