जयपुर. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने विमेंस क्रिकेट को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है. इसके तहत अब महिला खिलाड़ियों को भी पुरुषों के बराबर मैच फीस दी जाएगी. इसे लेकर बीसीसीआई ने वेतन इक्विटी पॉलिसी लागू की है. विमेंस क्रिकेटर्स का कहना है कि बीसीसीआई ने विमेंस क्रिकेट को लेकर यह बड़ा फैसला लिया है और वीमेन क्रिकेटर्स के लिए इससे बड़ा कोई तोहफा नहीं हो सकता.
राजस्थान की पूर्व क्रिकेटर और विमेंस टीम की चीफ सलेक्टर गंगोत्री चौहान का कहना है कि बीसीसीआई (Equal pay for Men and Women Cricketers) का यह फैसला ऐतिहासिक है. इस फैसले के बाद विमेंस क्रिकेट को बढ़ावा मिल सकेगा. गंगोत्री चौहान ने कहा कि बीसीसीआई के इस फैसले के बाद अब स्टेट में जो क्रिकेट एसोसिएशन संचालित हो रहे हैं उन्हें भी इस तरह का फैसला लेने की जरूरत है. यदि स्टेट लेवल पर विमेन क्रिकेटर्स की फीस बढ़ाई जाती है तो निश्चित तौर पर विमेंस क्रिकेट आगे बढ़ सकेगा.
स्टेट लेवल पर भी हों ऐसे फैसले पढ़ें. बीसीसीआई का बड़ा फैसला, महिला और पुरुष क्रिकेटर्स को मिलेगी समान मैच फीस
उन्होंने कहा कि आज भी महिला खिलाड़ियों में क्रिकेट को लेकर उत्साह नहीं है. लेकिन अब बीसीसीआई ने जिस तरह से विमेंस क्रिकेट को लेकर यह बड़ा फैसला लिया है, इससे हमें उम्मीद है कि क्रिकेट में महिला खिलाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी जरूर देखने को मिलेगी. वहीं, राजस्थान सीनियर T20 विमेंस टीम की कप्तान जसिया अख्तर ने कहा कि बीसीसीआई के इस फैसले से काफी खुशी हो रही है. उन्होंने कहा कि क्रिकेट तो क्रिकेट है, चाहे पुरुषों का हो या फिर महिलाओं का. ऐसे में सभी को एक समान फीस मिलनी चाहिए.
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा कि हम लोग वेतन इक्विटी पॉलिसी लागू कर (BCCI Big Decision for Womens Cricket) रहे हैं. इसके बाद महिला और पुरुष दोनों के लिए मैच में समान फीस रहेगी. हालांकि बीसीसीआई से पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की ओर से महिला और पुरुष क्रिकेटर्स को समान वेतन देने की घोषणा की गई थी.