जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मनरेगा में काम करने वालों की संख्या 9 लाख से बढकर 33 लाख हो गयी है. जिसके साथ ही राजस्थान में मनरेगा के द्वारा बुजुर्गो और दिव्यांगो को फायदा पहुंचाने का प्रयास शुरू हो गया है.
मनरेगा में बुजुर्गों और दिव्यांगो को भी मिलेगा काम दरअसल, मनरेगा में ज्यादातर ऐसे काम होते है जिन्हे करने में शारीरिक बल की आवश्यक्ता होती है. जिसके चलते बुजुर्ग और दिव्यांग काम नहीं कर पाते है. जिसे लेकर राजस्थान में पंचायती राज मंत्री सचिन पायलट ने विभाग को निर्देश दिया है कि नए नियम बनाए जाए जिससे दिव्यांगों और बुजुर्गो को राहत मिल सके. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने विभाग को ऐसे काम छांटने को कहा है जो केवल दिव्यांगों और बुजुर्ग लोगों को दिया जा सके.
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उपमुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब पंचायती राज विभाग ने इसे लेकर काम भी शुरू कर दिया है. जिसके तहत मैट के कार्य को बुजुर्ग और दिव्यांग को दिया जाएगा. साथ ही मनरेगा में बच्चों को सम्भालने के लिए क्रेच होते है उनका काम भी अब दिव्यांगों या बूजूर्गो को ही दिया जायेगा. मनरेगा में कर्मियों को पानी पिलाने का काम भी इन्ही लोगों को दिया जाएगा. वहीं मनरेगा में कुछ काम ऐसे भी है जो केवल दिव्यांगों और बूजूर्गों को सौंपे जाएंगे जिनकी सूची तैयार की जा रही है. फिलहाल, मनरेगा में दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए तीन काम तय किए जा चुके है.