जयपुर. एक ओर राजस्थान सरकार के मंत्रियों का मंथन मंगलवार को दूसरे दिन जारी रहा तो दूसरी ओर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी लगातार दूसरे दिन हनुमानगढ़ में किसान सम्मेलन करते नजर आए. लेकिन पायलट के किसान सम्मेलन को कांग्रेस पार्टी अपना आधिकारिक कार्यक्रम नहीं मानती है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि पायलट के कार्यक्रम संगठन के कार्यक्रम नहीं हैं, लेकिन जो भी व्यक्ति कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखता है, चाहे वह एमएलए हो, मंत्री हो या कोई कार्यकर्ता, वह कांग्रेस की मजबूती के लिए काम करता है तो उससे किसी को एतराज नहीं हो सकता.
डोटासरा ने कहा कि सचिन पायलट का यह कार्यक्रम संगठन का कार्यक्रम नहीं है. उन्होंने कहा कि संगठन ने इस तरह का कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है. संगठन के कार्यक्रम वह होते हैं जो या तो एआईसीसी की ओर से घोषित किए जाएं या फिर प्रदेश कांग्रेस घोषित करे, जैसा कि 20 जनवरी से राजस्थान में जिला स्तरीय कांग्रेस संगठन के कार्यक्रम शुरू होने जा रहे हैं.
पायलट के पास किसी सरगना का नाम है तो बताएं : सचिन पायलट ने परबतसर की सभा में जिस तरह से पेपर लीक मामले में छोटे-मोटे दलालों की जगह पेपर लीक करने वाले सरगना के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही, उसके बाद से सरकार और संगठन में हलचल बढ़ गई है. इस मामले में बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि सरगना कौन है ? यह तो पुलिस इन्वेस्टिगेशन से ही पता चलता है. लेकिन अगर किसी व्यक्ति को यह पता है कि पेपर लीक का सरगना कौन है, तो उसे पुलिस को नाम देना चाहिए और सरकार उस पर जरूर कार्रवाई करेगी.