जयपुर. भले ही विधानसभा चुनाव को अभी वक्त है, लेकिन प्रदेश की सियासी फिजा में बयानों की गूगली कांग्रेसी नेताओं की गुटबाजी को दर्शाने को काफी है. पिछले चार दिनों से राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट किसान सम्मेलन के जरिए जिलेवार शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही मंच से पेपर लीक प्रकरण को उठा गाहे-बगाहे गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर रहे हैं. वहीं, पायलट के बयानों पर लगातार प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं. ऐसे में एक बार फिर पार्टी में व्याप्त गुटबाजी अब सार्वजिनक हो चुकी है.
असल में पायलट ने परबतसर, गंगानगर, गुडा और बाली में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पेपर लीक प्रकरण, सियासी नियुक्तियों में अधिकारियों की भागीदारी और पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए. हालांकि, पायलट के आरोपों पर गहलोत भी खामोश नहीं रहे. पहले उन्होंने पेपर लीक मामले में नेताओं और अधिकारियों को क्लीन चिट दी और अब उनका एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वो पार्टी में एक कोरोना आने की बात कहते नजर आ रहे हैं. बहरहाल दोनों ही नेता एक-दूसरे पर सियासी बयानबाजी करने से नहीं चूक रहे हैं.