नाम नहीं होने के बावजूद कैसे हुआ सचिन पायलट का भाषण... जयपुर.राजस्थान कांग्रेस के कार्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम के बाद जो सभा हुई, उसमें राहुल गांधी के आने के बाद जिन वक्ताओं को बोलना था, उसमें सचिन पायलट का नाम शामिल नहीं था. हालांकि कांग्रेस संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी से सहमति ली और सचिन सहित अन्य नेताओं के भाषण हुए. आइए जानते हैं मंच पर क्या हुआ ऐसा...
दरअसल, मंच पर राहुल गांधी के आते ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का भाषण शुरू हो गया. जिनके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण होना था. लेकिन जब डोटासरा का भाषण चल रहा था, तो अचानक वेणुगोपाल कुर्सी से उठे और राहुल गांधी के बगल में आकर बैठ गए. उन्होंने राहुल गांधी से बात की, तो उन्होंने हां में गर्दन हिलाकर स्वीकृति दी. इसके साथ ही वेणुगोपाल ने प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को इशारा किया.
पढ़ें:राहुल गांधी ने की जातिगत जनगणना की मांग, कहा-ये एक्स-रे, इसके बिना नहीं दी जा सकती भागीदारी
रंधावा ने भी सह प्रभारी अमृता धवन को बोलकर मंच पर डोटासरा के बाद मंच संचालन कर रहे कांग्रेस महासचिव आरसी चौधरी से सचिन पायलट का नाम बुलवाया. इसके बाद सचिन पायलट ही नहीं बल्कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के राजस्थान के बाकी परमानेंट सदस्यों महेंद्रजीत सिंह मालवीय और भंवर जितेंद्र का भी भाषण हुआ. जिस समय वेणुगोपाल राहुल गांधी के बगल में आकर बैठे. उस समय सभास्थल पर हलचल बढ़ गई और प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा मंच के इधर से उधर तक दौड़ लगाते दिखाई दिए.
पढ़ें:Rajasthan : मल्लिकार्जुन खड़गे का मोदी सरकार पर हमला, कहा- एससी-एसटी, ओबीसी विरोधी है सरकार, मनुवादी सोच वापस लौटी तो परमानेंट गुलाम बनोगे
पायलट बोले-नई बिल्डिंग से पहले राजस्थान और देश में बनेगी कांग्रेस की सरकार: सचिन पायलट ने जब अपनी बात रखी, तो उन्होंने कांग्रेस पार्टी की जीत का दावा करते हुए कहा कि भाजपा की सभा में कुर्सियां खाली रहती हैं और लोगों ने मन बना लिया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी और 2024 में इंडिया अलायंस जीतेगा. पायलट ने कहा कि अगर कांग्रेस कार्यकर्ता एड़ी-चोटी का जोर लगाकर काम करेगा, तो मुझे भरोसा है कि पहले से ज्यादा बहुमत के साथ राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा कि राजस्थान कांग्रेस की नई बिल्डिंग बनने से पहले राजस्थान और दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बन जाएगी.
पढ़ें:राहुल गांधी ने महिला आरक्षण बिल को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- इनकी मंशा जनता समझ रही है
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एकजुटता का संदेश दिया और कहा कि इतिहास में पहली बार एक साथ कांग्रेस के ही परिवार को बुलाया गया है. गहलोत ने कहा कि आज इस सभा में मौजूद लोग कांग्रेस के संदेशवाहक हैं और हमारे मुखिया भी हमारे सामने बैठे हैं. ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ता इनका संदेश लेकर घर-घर जाएं और तमाम मतभेद बुलाकर सरकार बनाने का काम करें. क्योंकि राजस्थान के चुनाव पर पूरे देश की नजर है.