जयपुर.4 फरवरी और 5 फरवरी के बाद शनिवार को परीक्षा के आखिरी दिन 5 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं. ये परीक्षा दो पारियों में आयोजित हो रही है. बजट में नई भर्तियां की घोषणा नहीं होने से हतोत्साहित युवा इस पात्रता परीक्षा में भाग्य आजमाने सेन्टर्स पर पहुंचे. जिन्हें त्रिस्तरीय जांच के बाद परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई. परीक्षा के आखिरी दिन शनिवार को पहली पारी की परीक्षा में अभ्यर्थियों में खासा उत्साह देखने को मिला.
अधिकतर अभ्यर्थियों ने तय समय पर परीक्षा केंद्र पर प्रवेश किया. वहीं, बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों पर नकल की रोकथाम के लिए विशेष उपाय किए गए हैं. कैंडिडेट्स को आईडी दिखाने के बाद परीक्षा से एक घंटा पहले प्रवेश दिया गया. एग्जामिनेशन सेंटर्स की वीडियोग्राफी करवाई गई. परीक्षा में दिव्यांग कैंडिडेट्स के बैठने की समुचित व्यवस्था की गई है. साथ ही परीक्षार्थियों को ताकीद की गई है कि वो किसी भी प्रकार से नकल करने का प्रयास न करें. नकल करने के प्रयास में पकड़े जाने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के साथ परीक्षा भी निरस्त की जाएगी. इसके अलावा आगामी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा.
परीक्षा प्रदेश के 11 जिलों में हो रही है. राजधानी जयपुर के साथ अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, जोधपुर, कोटा, श्रीगंगानगर, टोंक और उदयपुर में हो रही है. परीक्षा के लिए कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से निर्धारित की गई ड्रेस कोड की पालना करना भी अनिवार्य किया गया है. बोर्ड ने अभ्यार्थियों के लिए ड्रेस कोड तय किया था, जिसमें को सूट, टाई, मफलर, जैकेट, कोट, जरकीन, ब्लेजर, शॉल आदि पर पाबंदी लगाई गई. परीक्षार्थियों को शर्ट, बिना जेब वाली गर्म जर्सी या स्वेटर पहनकर आने के लिए निर्देशित किया गया. महिला अभ्यार्थियों को अपने बालों में रबर बैंड या साधारण किस्म की हेयरपिन लगा कर आने की छूट दी गई. ऐसे में जिन अभ्यार्थियों ने ड्रेस कोड की पालना नहीं की, उन्हें परेशानी उठानी पड़ी.