सेंटर सुपरिटेंडेंट हनुमान सिंह भाटी जयपुर.त्रिस्तरीय जांच के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा हॉल में प्रवेश व एग्जाम सेंटर पर वीडियोग्राफी के बीच शनिवार को समान पात्रता परीक्षा (सीनियर सेकेंडरी लेवल) की शुरुआत हुई. बोर्ड की ओर से मिले निर्देशों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा से ठीक एक घंटे पहले ही प्रवेश द्वार को बंद कर दिया गया. जिसके कारण कई अभ्यर्थियों को मायूस लौटना पड़ा. खास बात यह रही कि परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों के अलावा यहां लगे हुए पर्यवेक्षकों और जांचकर्ताओं को भी मोबाइल इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी गई. समान पात्रता (सीनियर सेकेंडरी लेवल) परीक्षा की शनिवार को पहली पारी में 70.36 % और दूसरी पारी में 73.09 % उपस्थिति रही. दोनों पारियों में 5 लाख 44 हजार 544 अभ्यर्थी पंजीकृत थे.
वनपाल, छात्रावास अधीक्षक, लिपिक ग्रेड-2, कनिष्ठ सहायक, जमादार ग्रेड-2 और कांस्टेबल के लिए निकलने वाली भर्ती में पात्रता के लिए होने वाले सीईटी (सीनियर सेकेंडरी लेवल) के अभ्यर्थी 4 फरवरी, 5 फरवरी और 11 फरवरी को होने वाली पात्रता परीक्षा में 16 लाख 33 हजार 631 अभ्यर्थी शामिल होंगे. यह परीक्षा 11 जिलों अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, श्रीगंगानगर, टोंक और उदयपुर में आयोजित कराई जा रही है. ये परीक्षा दो पारियों में आयोजित हो रही है.
इसे भी पढ़ें- RSMSSB CET Day 2: कई अभ्यर्थी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे लेट, नहीं मिली एंट्री
परीक्षा के पहले दिन शुक्रवार को पहली पारी की परीक्षा में अभ्यर्थियों में खासा उत्साह देखने को मिला. अधिकतर अभ्यर्थियों ने तय समय पर परीक्षा केंद्र पर प्रवेश किया. वहीं, बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों पर नकल की रोकथाम के लिए विशेष उपाय किए. कैंडिडेट्स को आईडी दिखाने के बाद परीक्षा से एक घंटा पहले प्रवेश दिया गया. एग्जामिनेशन सेंटर्स की वीडियोग्राफी करवाई गई. परीक्षा में हैंडिकैप्ट कैंडिडेट्स के बैठने की समुचित व्यवस्था की गई.
साथ ही परीक्षार्थियों को ताकीद किया गया है कि वो किसी भी प्रकार से नकल करने का प्रयास न करें. नकल करने के प्रयास में पकड़े जाने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के साथ परीक्षा भी निरस्त की जाएगी. इसके अलावा आगामी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. जयपुर के एक सेंटर सुपरिटेंडेंट हनुमान सिंह भाटी ने बताया कि अभ्यर्थियों को त्रिस्तरीय जांच के बाद प्रवेश दिया गया. यहां थर्ड पार्टी से छात्रों की जांच भी कराई गई. इसके अलावा शिक्षक और कर्मचारियों की टीम ने छात्रों की आईडी जांच करने के साथ-साथ बोर्ड की ओर से दिए गए निर्देशों के तहत ड्रेस कोड सुनिश्चित किया.
वहीं, एक अन्य सेंटर सुपरिटेंडेंट सुमन शर्मा ने बताया कि महिला अभ्यर्थियों के दुपट्टे, बक्कल आदि भी खुलवाए गए. सेंटर पर अभ्यर्थियों के साथ-साथ यहां तैनात कर्मचारियों के भी मोबाइल फोन स्विच ऑफ करवा दिए गए. साथ ही जिला प्रशासन की ओर से वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है. ताकि नकल की कोई गुंजाइश न रहे. उन्होंने स्पष्ट किया कि अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर निर्धारित समय से डेढ़ घंटे पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए थे और परीक्षा से ठीक एक घंटे पहले एग्जाम सेंटर के गेट को बंद कर दिया गया.
हालांकि, कई अभ्यर्थी एग्जाम सेंटर के नाम की गफलत में इधर-उधर भटकते रहे, जो अभ्यर्थी पहली पारी में 8:00 बजे के बाद परीक्षा केंद्र पर पहुंचे, उन्हें मायूस ही लौटना पड़ा. जयपुर के कुछ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी 8 बजे के बाद मन्नत करते नजर आए. लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया. बता दें कि प्रदेश के 828 परीक्षा केंद्रों पर इसका आयोजन हो रहा है. जिनमें सबसे कम टोंक में 35 और सबसे अधिक जयपुर में 183 सेंटरों पर परीक्षा हो रही है.