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पैन कार्ड का दुरुपयोग कर 15 करोड़ की हेराफेरी, आयकर विभाग का नोटिस मिलने पर चला पता - आयकर विभाग को करोड़ों का नुकसान

जयपुर के गलता गेट थाना इलाके में पैन कार्ड का दुरुपयोग कर 15 करोड़ की हेराफेरी का मामला दर्ज करवाया गया है.

Rs 15 crore fraud with PAN Card in Jaipur, businessman filed case
पैन कार्ड का दुरुपयोग कर 15 करोड़ की हेराफेरी, आयकर विभाग का नोटिस मिलने पर चला पता

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Published : May 13, 2023, 9:01 PM IST

जयपुर. राजधानी के गलता गेट थाना इलाके में पैन कार्ड का दुरुपयोग कर 15 करोड़ रुपए की हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. आयकर विभाग का नोटिस मिलने पर पीड़ित को फर्जीवाड़े का पता चला. पीड़ित व्यापारी ने गलता गेट थाने में मामला दर्ज करवाया है. व्यापारी की रिपोर्ट पर गलता गेट थाना पुलिस ने शुक्रवार को मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पीड़ित व्यापारी सूरजपोल मंडी में व्यापार करता है.

गलता गेट थाना अधिकारी भगवान सहाय मीणा के मुताबिक पीड़ित घनश्याम शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि आयकर विभाग की ओर से 19 अप्रैल, 2021 को एक नोटिस प्राप्त हुआ था, जिसका जवाब 18 नवंबर, 2021 को भेजा गया था. दोबारा से आयकर विभाग का नोटिस 23 मई, 2022 को प्राप्त हुआ, जिसका जवाब पीड़ित ने 4 जुलाई, 2022 को भेज दिया था. तीसरा नोटिस आयकर विभाग की तरफ से 23 जनवरी, 2023 को प्राप्त हुआ. तीसरा नोटिस प्राप्त होने पर जानकारी की गई, तो सामने आया कि पीड़ित के पैन कार्ड की प्रति का दुरुपयोग किया गया है.

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हितेश जैन की ओर से पैन कार्ड का दुरुपयोग करके आयकर विभाग को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया गया है. कुल 15 करोड़ 49 लाख 87 हजार 953 रुपये की धोखाधड़ी की गई. पीड़ित के साथ धोखाधड़ी करके पैन कार्ड को फर्जी बिल और वाणिज्यिक काम में दुरुपयोग किया गया है. पीड़ित की रिपोर्ट के अनुसार करोड़ों रुपए का पीड़ित को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से यह काम किया गया है. हितेश जैन ने खुद को लाभ पहुंचाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करके पीड़ित के पैन नंबर का दुरुपयोग किया है. जिससे पीड़ित को मानसिक और आर्थिक हानि हुई है.

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पीड़ित का कहना है कि वह हितेश जैन नाम के व्यक्ति से नहीं मिला, ना ही कभी उसके साथ व्यापार किया, ना ही कोई संपर्क है. वह हितेश जैन नाम के व्यक्ति को नहीं जानता है. आयकर विभाग के नोटिस से ही हितेश जैन नाम के व्यक्ति के बारे में पता चला था. नितेश जैन ने पीड़ित के पैन नंबर का दुरुपयोग करके फर्जी कागजात तैयार किए और षडयंत्र पूर्वक धोखाधड़ी की है.

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