जयपुर.चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान अब राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ (RPEA) ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. संघ ने उनकी मांगे पूरी नहीं होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है. अगर ऐसा हुआ तो मरीजों की परेशानियां और बढ़ सकती हैं. आंदोलन के दौरान गुरुवार को महिला फार्मासिस्ट ने आंदोलन स्थल पर गणगौर की पूजा कर अपनी मांगे सरकार के सामने रखा.
राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ की ओर से सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा है. राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद सुरा ने बताया कि सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के फार्मासिस्ट की ओर से शांतिपूर्ण आंदोलन किया जा रहा है. कर्मचारी संघ का कहना है कि सरकार के बजट में फार्मासिस्ट को हर बार अनदेखा किया गया और किसी भी प्रकार का कोई अतिरिक्त बजट फार्मासिस्ट को लेकर इस बजट में भी नहीं दिया गया.
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राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ का कहना है कि हमारी प्रमुख मांगे 4200 ग्रेड पे, चिकित्सा संवर्ग के समान वेतन भत्ते, पदनाम परिवर्तन, समयबद्ध पदोन्नति, ऑफलाइन रिकॉर्ड बंद करना, प्रत्येक डीडीसी पर हेल्पर व नई भर्ती की है. जिसे लेकर कई बार अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया गया. वहीं सवाई मानसिंह अस्पताल के फार्मासिस्ट अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि बीते कुछ समय से अलग-अलग तरीके से आंदोलन करके हम सरकार का ध्यान खींचना चाह रहे हैं, लेकिन हमारी मांगों स्वीकार नहीं की जा रही हैं.
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बीते दिन जहां गांधीवादी तरीके से फार्मासिस्ट की ओर से प्रदर्शन किया गया, तो वहीं आज महिला फार्मासिस्ट ने आंदोलन स्थल पर गणगौर पूजकर अपनी मांगे सरकार के सामने रखी हैं. फार्मासिस्ट संघ का कहना है कि 25 मार्च तक संघ की ओर से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन किया जाएगा और यदि इसके बाद भी सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है, तो फिर अन्य तरीके से आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी. इसमें कार्य बहिष्कार भी शामिल है. दरअसल फार्मासिस्ट संघ की ओर से बीते 3 दिनों से मेडिकल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है.