जयपुर.राजस्थान रोडवेज घाटे की रोडवेज बनती जा रही है. रोडवेज कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है. वहीं, रोडवेज यूनियन ने अब परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को ज्ञापन देकर दोबारा से रोडवेज को पटरी पर लाने की बात कही है. रोडवेज यूनियन ने अब चीफ मैनेजर की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं.
राजस्थान रोडवेज लगातार घाटे से जूझने के चलते रोडवेज कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. वहीं, रोडवेज बसों का भी समय पर मेंटेनेंस नहीं होने से बसों की हालत भी खस्ता हो रही है. रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने रोडवेज की दयनीय स्थिति में आने का मुख्य कारण अन्य विभाग की शाखाओं से चीफ मैनेजर को मान रही है. क्योंकि रोडवेज बसों के संचालन क्षेत्र का अनुभव नहीं होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है.
रोडवेज कर्मचारियों ने परिवहन मंत्री को सौंपा ज्ञापन रोडवेज विभाग में बसों के मेंटेनेंस और रख रखाव के लिए जेईएन की भर्ती साल 2013 में की गई थी. भर्ती जेईएन शनिवार को रोडवेज डिपो में चीफ मैनेजर और जोनल मैनेजर पर काम कर रहे है. रोडवेज की कार्यशाला का कामकाज ठप हो गया है. जिससे रोडवेज बसों का समय पर मेंटिनेश और साफ सफाई भी नहीं हो रही है. इससे रोडवेज की प्रतिष्ठा भी खराब भी हो रही है.
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रोडवेज यूनियन ने मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को ज्ञापन देकर मांग की है की चीफ मैनेजर और जोनल मैनजेर के पद यातायात क्षेत्र के अनुभवी अधिकारी ही लगाए जाए. यातायात अनुभवी अधिकारी रोडवेज को लाभ की स्थिति में ला सकेंगे. अन्य संवर्ग के लेखा शाखा, सांख्यिकी शाखा और यांत्रिक शाखा के अधिकारियों को मूल शाखा में ही लगाए. जिससे उन शाखाओं की स्थिति में सुधार होगा तो रोडवेज की स्थिति में सुधार होगा.